- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर बिहार की राजनीति में गरमाहट बढ़ गई है। गुरुवार को विधान परिषद में राजद ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला किया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो इस बिल का विरोध कर रहे हैं, इसलिए चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा, "अगर नीतीश समर्थन में होते, तो अब तक खुलकर बोलते।"
विधान परिषद के बाहर राजद का प्रदर्शन
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले राजद के विधान पार्षदों ने राबड़ी देवी के नेतृत्व में सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। "वक्फ संशोधन बिल वापस लो" के नारे लगाते हुए पोस्टर लहराए गए। इसके बाद सदन के अंदर राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया, जिसे सभापति ने खारिज करते हुए कहा कि यह सदन के बाहर का मामला है।
विपक्ष ने किया हंगामा, सरकार ने दी सफाई
विपक्षी सदस्यों ने वक्फ बिल के विरोध में बेल में जाकर हंगामा किया। इस बीच, अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने कोसी नदी में गाद की समस्या उठाई। मंत्री विजय चौधरी ने जवाब दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर गाद प्रबंधन नीति के लिए बैठकें शुरू हुई थीं, और जल्द ही राष्ट्रीय नीति बनने की उम्मीद है।
मजदूरों की मौत और प्लास्टिक बैन पर सवाल
विधान परिषद में पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के दौरान तीन मजदूरों की मौत का मामला भी गूंजा। एमएलसी शशि यादव ने मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। इसके जवाब में मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बिहार सरकार ने पीड़ितों को 13.24 लाख रुपये की सहायता दी है, जबकि कंपनी ने अंतिम संस्कार के लिए 2 लाख रुपये दिए।
सिंगल-यूज प्लास्टिक बैन का मुद्दा भी उठा, जिस पर सर्वेश कुमार ने सरकार से कड़े कदम उठाने की अपील की।
नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल
राबड़ी देवी ने दोहराया कि नीतीश कुमार की चुप्पी वक्फ बिल पर उनकी स्थिति को संदिग्ध बनाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस बिल के खिलाफ हैं, तो उन्हें अपनी राय खुलकर सामने रखनी चाहिए।
सियासी गर्मी से जनता की उम्मीदें
वक्फ संशोधन बिल और अन्य मुद्दों पर गरम बहस के बीच जनता की नजरें अब नीतीश कुमार के अगले कदम पर टिकी हैं। क्या वो राबड़ी देवी के सवालों का जवाब देंगे, या इस चुप्पी का राज बरकरार रहेगा?