- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार विधानसभा के गुरुवार सत्र में एक अलग ही ड्रामा देखने को मिला, जब विपक्ष ने प्रश्नकाल के बाद जबरदस्त हंगामा शुरू कर दिया। राजद के विधायकों ने सीधा स्पीकर आसंदी के सामने आकर शोर मचाने लगे और यह बात वक्ता नंदकिशोर यादव के गुस्से का कारण बन गयी।
जब राजद के भाई विजेंद्र आसंदी की तरफ बढ़ने लगे तब वक्ता ने उन्हें जोर से टोक दिया और एक कड़क चेतावनी दी - "संभल जाइए, वर्ण गंभीर परिणाम होंगे।" उन्होंने मार्शल को तुरंत निर्देश दिया की भाई विजेंद्र को बाहर ले जाया जाये। भाई विजेंद्र, जो सीएम की कुर्सी तक पहुँच गए थे, लगभग उस पर बैठने वाले थे। यह हरकत वक्ता के लिए एक दम गवारा नहीं थी और उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा- "आपकी हरकत से व्यवस्था बिगड़ रही है तुरंत सीट पर बैठिये।"
हंगामा और मार्शल का एक्शन
हंगामा शुरू तब हुआ जब डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 2016 से 2022 तक की सीएजी रिपोर्ट को विधानसभा में रखा गया। लेकिन विपक्ष का हंगामा एक अलग ही मुद्दे पर था- उनका कहना था की कई विधायक अपनी निश्चित सीट के अलावा कहीं और बैठ रहें हैं। इस मसले पर विपक्ष ने स्पीकर से अनुरोध करते हुए अपनी मांग राखी की सभी को अपनी जगह पर बैठने को कहा जाए।
स्पीकर नंदकिशोर यादव ने विपक्ष को भरोसा दिलाया की सब अपनी तय जगहों पर ही बैठेंगे पर विपक्ष का हंगामा फिर भी रुकने का नाम नहीं ले रहा था। स्पीकर ने अपना आपा खो दिया और मार्शल को एक्शन लेने के लिए कह दिया।
दो घंटे तक रुका सत्र
इस हंगामे के चलते सत्र को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्ष का कहना था की सरकार उन्हें दबाना चाहती है पर स्पीकर के सख्त एक्शन ने सबको यह साफ कर दिया की व्यवस्था बिगड़ना अब बर्दाश्त नहीं होगा।