- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
झारखंड के मोरहाबादी मैदान में आज एक ऐतिहासिक पल देखने को मिला, जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन ने राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस भव्य समारोह में देश की राजनीति के कई दिग्गज नेता शामिल हुए, जिनमें एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रमुख थे।
झारखंडी एकता का संदेश
शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर झारखंड की जनता के प्रति अपने भाव साझा किए। उन्होंने कहा, "हम झारखंडी हैं। हमें न तो विभाजित किया जा सकता है, न ही चुप कराया जा सकता है। जब भी वे हमें पीछे धकेलने की कोशिश करते हैं, हम पहले से अधिक मजबूती के साथ आगे बढ़ते हैं।"
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए पर भी निशाना साधा और कहा, "जब भी हमें चुप कराने की कोशिश की जाती है, हमारी क्रांति की आवाज और बुलंद हो जाती है। झारखंडी कभी झुकते नहीं, बल्कि अपने हक और अधिकार के लिए डटकर खड़े रहते हैं।"
अबुआ' सरकार का जश्न
हेमंत सोरेन ने अपने शपथ ग्रहण को सिर्फ एक राजनीतिक जीत नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और झारखंडी अस्मिता के संघर्ष की बड़ी जीत करार दिया। उन्होंने कहा, "आज का दिन बिरसा मुंडा और अमर शहीदों के बलिदान को सलाम करने का है। यह 'अबुआ' (हमारी अपनी) सरकार है, जिसे जनता ने अपने संघर्षों के माध्यम से खड़ा किया है।"
उन्होंने कहा कि यह दिन लोकतंत्र पर बढ़ते दबावों के बीच झारखंडी जनता की एकता और हौसले का प्रतीक है। "आज का दिन हमें याद दिलाता है कि यह सिर्फ सरकार नहीं, बल्कि न्याय और समानता के लिए चल रही हमारी लड़ाई की जीत है," उन्होंने अपने संदेश का अंत 'आपका हेमंत' के रूप में हस्ताक्षर करते हुए किया।
झारखंडी अस्मिता और सामाजिक न्याय की लड़ाई
हेमंत सोरेन ने इस ऐतिहासिक दिन को सामाजिक एकता और न्याय के प्रति झारखंड की जनता की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "आज का दिन सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि झारखंड के हर नागरिक के संघर्ष और बलिदान का सम्मान है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम झारखंडी हैं और हमें कोई झुका नहीं सकता।"
इस अवसर पर मोरहाबादी मैदान झारखंड की संस्कृति, एकता और जनता की ताकत का जीवंत चित्रण बना रहा। समारोह में उमड़े जनसैलाब और नेताओं की उपस्थिति ने झारखंड के भविष्य की नई उम्मीदें जगा दीं।