- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
महाराष्ट्र की राजनीति में एक और मोड़ आया है। शिवसेना के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने अपनी शपथ लेने से पहले, फडणवीस की चिंता बढ़ा दी है। शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने के लिए हाँ तो कर दी है लेकिन उनकी मांग अब भी वही है- गृह मंत्रालय। यह वही मंत्रालय है जो पहले फडणवीस के पास थी जब वो डिप्टी सीएम थे। अब यह देखना है की शिंदे को यह मंत्रालय मिलेगी या नहीं।
शिंदे की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है
अगर हम बात करें शिंदे की सरकारी भूमिका कि तो यह अभी तक साफ नहीं है। हां, उनका नाम डिप्टी सीएम के लिए तय हो गया है लेकिन उनको कौन सी जिम्मेदारी मिलेगी यह अभी तक तय नहीं हुआ है। शिव सेना ने औपचारिक रूप से अपना समर्थन फडणवीस कि सरकार को दिया है लेकिन शिंदे की मांग अभी भी चल रही हैं।
शिंदे की गृह मंत्रालय की मांग
एक दिन से ज्यादा समय से, शिंदे गृह मंत्रालय की अपनी मांग पे अड़े हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स के रिपोर्ट के हिसाब से उन्होंने गृह मंत्रालय के साथ शिव सेना को 12 मंत्रालय देने की बात की है। शिंदे के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि उन्हें सीएम का पद नहीं मिल पाया, लेकिन गृह मंत्रालय एक ऐसा महत्वपूर्ण विभाग है जिसमें उनको पावर मिल सकती है। अगर फडणवीस गृह मंत्रालय देने को तैयार नहीं होते तो शिंदे को शहरी विकास, राजस्व या ऊर्जा जैसे विभाग दिए जा सकते हैं।
शिंदे का गृह मंत्रालय चाहने का कारण
शिव सेना के एक नेता ने बताया की शिंदे के पास पहले पुलिस, नागरिक प्रशासन और शहरी विकास मंत्रालय थी। पर जब वो सीएम थे, तो उनके पास पूरा पावर था, जिससे फडणवीस का किरदार कुछ सिमित हो गया था। अब जब फडणवीस का दवाब होगा, शिंदे गृह मंत्रालय जैसे बड़े विभाग को चाहते हैं जिससे वो अपने अधिकार को दिखा सकें।
फडणवीस का आज शपथ ग्रहण
आज, देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के सीएम के रूप में अपनी शपथ लेने वाले हैं और यह समारोह प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के साथ मुंबई के आज़ाद मैदान में होगी। शिंदे और एनसीपी के अजित पवार भी डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने वाले हैं। यह समारोह महाराष्ट्र के राजनितिक दृश्य का एक महत्वपूर्ण पल होगा, जिसमें एनडीए के कल सीएम और नेताएं शामिल होंगे।
लंबे समय से चल रहे कौतुहल का भी जवाब मिल गया है और अब ये साफ हो गया है की कौन महाराष्ट्र की सरकार में उच्च स्थान को संभालेगा। फडणवीस, शिंदे और पवार ने मिलकर गवर्नर से मिलके यह दावा किया था की वो महायुति सरकार बनाएंगे और आज से यह आधिकारिक तौर पर शुरू हो रहा है।