Sunday, December 22, 2024

सीएम नीतीश का मुंबई दौरा: एनडीए की एकता की दिखावा या एक बड़ी राजनीतिक रणनीति?


बिहार के सीएम नितीश कुमार अपने मुंबई दौरे से काफी राजनीतिक हलचल मचा रहे हैं। 5 दिसंबर को महाराष्ट्र में होने वाले नए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में वह शामिल होंगे। यह समारोह एक अहम संकेत है, खासकर 2024 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, क्यूंकि इससे एनडीए की एकता का मजबूत संदेश मिल रहा है। 

महाराष्ट्र में बीजेपी, शिव सेना शिंदे गुट और एनसीपी का गठबंधन ने मिलके 230 सीट्स जीतीं हैं और अब देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाया जा रहा है। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। यह शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5:30 बजे होगी। 

सीएम नितीश कुमार का मुंबई जाना एक रणनीतिक राजनीतिक कदम हो सकता है क्यूंकि आज कल यह अफवाह चल रहे थे की राजद के तरफ से उन्हें एनडीए से अलग करने की कोशिश की जा रही है। इस यात्रा को उन्होंने अपनी एकता और गठबंधन को मजबूत दिखने का एक तरीका बना लिया है जो कि उनके बिहार में आने वाले चुनाव के लिए भी काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। 

महाराष्ट्र के नए मंत्रियों में बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस, चंद्रशेखर बावनकुले, चंद्रकांत पाटिल, पंकजा मुंडे और शिव सेना के एकनाथ शिंदे, दीपक केसरकर और उदय सामंत भी शामिल हैं। एनसीपी के अजित पवार, धनंजय मुंडे और छगन भुजबल जैसे वरिष्ठ नेताएं भी कैबिनेट का हिस्सा बन सकते हैं। 

तो यह सीएम नितीश का मुंबई जाना सिर्फ एक सौजन्य मुलाकात नहीं बल्कि एनडीए की एकता को दिखने का एक राजनीतिक रणनीति भी हो सकता है। इससे वो अपने मित्र राष्ट्रों को भी एक मजबूत संदेश देना चाहते हैं और अपने विरोधियों को जवाब भी। 

इसके बाद, यह देखना होगा की नीतीश कुमार को इस राजनीतिक कदम से क्या असर पड़ता है बिहार में, खासकर जब बिहार चुनाव की तैयारी हो रही हो। 


Super Admin

Santosh Singh

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