- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले राज्य में राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। महाविकास अघाड़ी ने महायुती संगठन के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें पैसे बांटने का दोषी ठहराया है। इस विवाद का केंद्र बने हैं वसई विरार के भाजपा नेता विनोद तावड़े, जिन पर आरोप है कि उन्होंने चुनावी लाभ के लिए भारी मात्रा में पैसे बांटे।
"पाँच करोड़ का पैकेज?"
बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) के कार्यकर्ताओं का दावा है कि तावड़े 5 करोड़ रुपये लेकर वसई विरार पहुंचे थे, जिनका उद्देश्य इन्हें आम लोगों में बांटना था। इन आरोपों ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बीवीए के कार्यकर्ताओं ने तावड़े को घेर लिया और उन्हें जमकर घेरा।
"तावड़े ने किए आरोपों से इनकार"
हालांकि, इन सभी आरोपों को विनोद तावड़े ने सिरे से नकारा किया है। उन्होंने इसे पूरी तरह से झूठा और राजनीतिक साजिश करार दिया है। लेकिन इस हंगामे के बाद प्रशासन ने भी तेजी से कदम उठाए और मुंबई के विवांता होटल को सील कर दिया।
"चुनाव से पहले राजनीति गरमाई"
यह घटनाक्रम राज्य में चुनावी माहौल को और भी गर्म कर सकता है, खासकर जब चुनावी वक्त में इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप सामने आते हैं। महाविकास अघाड़ी का कहना है कि चुनावी नतीजों से पहले इस तरह के पैसों का वितरण एक गंभीर मुद्दा है, जो लोकतंत्र को प्रभावित कर सकता है।
जैसे-जैसे चुनावी दिन नजदीक आ रहे हैं, इस तरह के घटनाक्रम से राजनीति में और भी हलचल मचने की संभावना है।