- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और वीआईपी के संरक्षक मुकेश सहनी, राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी सहित कई लोगों के खिलाफ में परिवाद दायर कराया गया है। यह परिवाद भारतीय सार्थक पार्टी (BSP) नेता और अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने कराया है। अब 27 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई होगी।
परिवादी भारतीय सार्थक पार्टी (BSP) के नेता और अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने बताया है कि हाल में चुनाव आयोग द्वारा भारतीय सार्थक पार्टी (बीएसपी) को आवंटित चुनाव चिह्न नाव छाप को दिया गया था। जिसके बाद से इसको छोड़ने को लेकर और वापस करने के वीआईपी पार्टी के द्वारा लगातार ही दवाब बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा की कई जिले के चुनावी रैली में मुकेश सहनी और अन्य के द्वारा उनके चिह्न का इस्तेमाल किया जा रहा है।
लगया फर्जीवाडा का आरोप
आरोप लगाया गया है कि सभी आरोपित जानबूझकर साजिश के तहत फर्जीवाड़ा कर उनकी भारतीय सार्थक पार्टी को आवंटित नाव चुनाव चिह्न का दुरुपयोग कर खुलेआम प्रचारित व प्रसारित कर रहे हैं। पिछले 31 मार्च को मुकेश सहनी के जन्मदिन पर उनके कार्यालय में नाव चुनाव चिह्न लगाकर कार्यक्रम किया गया।
इसके अलावा महागठबंधन के बैनर-झंडा पर नाव चुनाव चिह्न लगाकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया पर भी इसी तरह का प्रचार किया जा रहा है। अधिवक्ता ने आरोप लगाया है यह धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा कर उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।