- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
मुधबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने फिर से वही गलती कर दी। जो उन्होंने कुछ दिन पहले की थी। एक भरी सभा में उन्होंने 400 सीटों के बजाए 4000 पार सीट का नारा लगाया। एक बार फिर से जुबान फिसल गई। जिसके बाद मंच पर बैठे सभी लोग एक दूसरे को देखने लगे।
झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामप्रीत मंडल के लिए। इसी दौरान उन्होंने 400 पार के बदले 4000 पार की बात कह दी। सीएम ने कहा, "मुसलमान के लिए हमने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू करवाया, मदरसों को भी सरकारी मान्यता दी। हिंदू-मुस्लिम में काफी झगड़ा होता था और स्वास्थ्य की व्यवस्था बहुत खराब थी। हमने सभी क्षेत्र में काम किया अब हिंदू- मुस्लिम झगड़ा भी नहीं होता है।"
सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग तो कुछ काम किया नहीं और भाषण देते रहते हैं। बीच में हमलोग कुछ दिन के लिए इनको ले लिए थे। वही सब भाषण में बोलता रहता है कि हम किए, हम किए। किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ पत्नी, बेटे, बेटियों और परिवार के लिए ही कर रहे हैं। हमलोगों का न कोइ बेटा न कोइ बेटी है, हमलोगों के लिए पूरा बिहार है।
सीएम ने कहा कि जब हम लोग 2005 के नवंबर से काम करना शुरू किया और तब से ही पूरे राज्य में सब तरह का काम हुआ है। उसके पहले यह लोग जो काम करते थे कांग्रेस के थे या और भी दूसरे थे तब सोच लीजिए कि शाम में लोग घर से बाहर नहीं निकल पाते थे। कहीं सड़क नहीं थी बुरा हाल था। बहुत कम बिजली उपलब्ध थी। जब हम लोगों को काम करने का मौका मिला तो हमने एक-एक चीज पर काम किया।