- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
गुरुवार को झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नए मंत्रिमंडल का गठन हुआ। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने 11 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कई प्रमुख चेहरे शामिल थे। इस बार की सरकार में बदलाव के साथ-साथ झामुमो की ताकत और प्रभाव भी साफ तौर पर नजर आ रहा है, खासकर उनकी शानदार चुनावी जीत के बाद।
झामुमो का दबदबा, कांग्रेस और राजद का भी अहम योगदान
झामुमो ने 43 सीटों में से 34 सीटों पर जीत हासिल की, जो पार्टी की अब तक की सबसे बड़ी सफलता है। कांग्रेस ने 16 और राजद ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा को 21 सीटों से संतोष करना पड़ा। झामुमो के मंत्रिमंडल में कुछ प्रमुख चेहरे शामिल हैं:
- दीपक बिरुआ (चाईबासा) – चार बार विधायक रह चुके हैं।
- हफीजुल हसन (मधुपुर) – हाजी हुसैन अंसारी के बेटे और दूसरी बार विधायक बने हैं।
- रामदास सोरेन (घाटशिला) – घाटशिला से चुनाव जीतकर मंत्री बने हैं।
- योगेंद्र प्रसाद (गोमिया) – झारखंड मुक्ति मोर्चा के अनुभवी विधायक।
- सुदिव्य कुमार सोनू (गिरिडीह) – गिरिडीह से झामुमो के विधायक।
- चमरा लिंडा (बिशुनपुर) – बिशुनपुर से विधायक बने हैं।
कांग्रेस और राजद के मंत्री भी शामिल
कांग्रेस से "राधाकृष्ण किशोर" (पलामू) और "दीपिका पांडे सिंह" (गोड्डा) मंत्री बने हैं, जबकि "इरफान अंसारी" (जामताड़ा) और "शिल्पी नेहा तिर्की" (रांची) ने भी शपथ ली।
राजद से "संजय प्रसाद यादव" (गोड्डा) ने मंत्री पद की शपथ ली, और उन्होंने जनसेवा और विकास की शपथ भी ली, खासकर गोड्डा की जनता का आभार व्यक्त करते हुए।
अब देखना यह होगा कि इस नए मंत्रिमंडल के गठन के बाद झारखंड में विकास की नई दिशा कैसी होती है और मुख्यमंत्री सोरेन की सरकार राज्य के विभिन्न हिस्सों में किस तरह की पहल करती है।