- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
उत्तर रेलवे के फिरोज़पुर मंडल के चिहेड़ू स्टेशन पर 18 नवंबर से 27 नवंबर तक नॉन-इंटरलॉकिंग का काम होगा। इस वजह से गया स्टेशन से गुजरने वाली कुछ ट्रेनों के रूट और समय में बदलाव किये गए हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक और पीआरओ अमरेश कुमार के मुताबिक, यह काम रेलवे ऑपरेशन को और बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए ज़रूरी है।
प्रभावित ट्रेनें और उनके परिवर्तन
टाटा-अमृतसर जल्लिआंवाला बाघ एक्सप्रेस ( 18103 ):
-दिनांक: 18, 20 और 25 नवंबर
-परिवर्तन: ये ट्रैन "अम्बाला कैंट स्टेशन" पर ही आंशिक समाप्ति होगी
अमृतसर-टाटा जल्लिआंवाला बाघ एक्सप्रेस ( 18104 ):
-दिनांक: 20, 22 और 27 नवंबर
- परिवर्तन: ये ट्रैन "अम्बाला कैंट स्टेशन" से आंशिक शुरू होगी
अम्मू तवी-सियालदह हमसफर एक्सप्रेस (22318 ):
- दिनांक: 20 और 27 नवंबर
- मार्ग परिवर्तन: यह ट्रैन जम्मू तवी-जालंधर सिटी-लोहिअ खास-लुधियाना के वैकल्पिक मार्ग से चलेगी
नॉन-इंटरलॉकिंग काम क्या है और क्यों ज़रूरी है?
नॉन-इंटरलॉकिंग एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें रेलवे सिग्नल और ट्रैक कनेक्टिविटी को उन्नत किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य ट्रैन ऑपरेशन्स को ज़्यादा "सुरक्षित, तेज और कुशल" बनाना है। चिहेड़ू स्टेशन पर यह काम रेल नेटवर्क की सुचारू कामकाज के लिए आवश्यक है।
रेलवे ने यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए:
- "विशेष हेल्पलाइन नंबर" और "सूचना डेस्क" स्थापित किये हैं।
- "स्टेशनों पर डिस्प्ले बोर्ड" और "घोषणा प्रणाली" को समय पर अपडेट किया जा रहा है।
"यात्रियों के लिए सुझाव"
1. अपनी यात्रा से पहले "रेलवे की ऑफिसियल वेबसाइट" या नजदीकी स्टेशन से अपडेट लें।
2. जिनकी ट्रेंस आंशिक समाप्ति या शुरू हो रहीं हैं, वो अपने यात्रा योजनाओं को तदनुसार समायोजित करें
3. वैकल्पिक मार्गों पर चलने वाली ट्रेनों की "अद्यतन जानकारी" जांचना ना भूलें।
प्रभावित यात्री अपनी योजनाओं को समय पर संशोधित करें और अनावश्यक असुविधा से बचें। अपडेट रहें और अपनी यात्रा सुरक्षित और परेशानी मुक्त बनाएं।