- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर में एक चुनावी सभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस पार्टी, और राहुल गांधी पर तीखे हमले किए। शाह ने विधानसभा चुनावों से पहले यह स्पष्ट संदेश दिया कि अल्पसंख्यकों को आरक्षण किसी भी कीमत पर नहीं दिया जाएगा।
कांग्रेस का 10 प्रतिशत आरक्षण का आश्वासन – शाह की प्रतिक्रिया
शाह ने बताया कि महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों ने कांग्रेस पार्टी को पत्र लिखकर 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग की थी, जिसके जवाब में कांग्रेस नेताओं ने इसे संभव करने का आश्वासन दिया। इस पर अमित शाह ने राहुल गांधी को सीधी चेतावनी देते हुए कहा, "जब तक भाजपा सत्ता में है, अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलेगा – नहीं मिलेगा, नहीं मिलेगा।"
आदिवासियों, पिछड़ों, और दलितों का हक मारेगी कांग्रेस – शाह का दावा
पुष्पा देवी के समर्थन में प्रचार के लिए पहुंचे अमित शाह ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि झारखंड में मुस्लिमों को आरक्षण दिया गया, तो आदिवासी, पिछड़ा वर्ग, और दलित समुदाय का आरक्षण कम हो जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इन्हीं कमजोर वर्गों के अधिकारों में कटौती करके मुस्लिमों को आरक्षण देने का इरादा रखती है, जिसे भाजपा किसी भी स्थिति में नहीं होने देगी।
पिछड़ा वर्ग आयोग का संवैधानिक दर्जा – मोदी सरकार की उपलब्धि
अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि उनकी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता दिलाई। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह आरक्षण और संविधान की बात तो करती है, लेकिन संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है। शाह ने दोहराया कि भाजपा संविधान के अनुसार चलती है और किसी धर्म विशेष को आरक्षण देने का विरोध करती है, जबकि कांग्रेस इसके विपरीत मुस्लिमों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का वादा कर रही है।
इस आक्रामक अंदाज में शाह ने अपने चुनावी भाषण में विपक्ष को आरक्षण और धर्म के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया और झारखंड के मतदाताओं से भाजपा का समर्थन करने की अपील की।