- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। चुनाव के मध्य नजर प्रचार अभी भी पूरी तेज़ी से चल रही है। इसी प्रचार के सिलसिले में पीएम मोदी छत्रपति संभाजीनगर पहुंचे। यहाँ उन्होंने महंत सुभद्रा आत्या, पूज्य बाभुलगांवकर महाराज, जैन धर्मगुरु ऋषि प्रवीण जी और महामंडलेश्वर स्वामी शान्तिगिरि महाराज से मुलाक़ात की। उसके अलावा, पीएम मोदी पनवेल के इस्कॉन मंदिर भी गए, जहाँ उन्होंने मंजीरा बजाकर "हरे राम-हरे कृष्णा" का भजन गया। मोदी जी ने साधु-संतों से मिलकर उनका आशीर्वाद भी लिया। सबसे पहले उन्होंने महंत सुभद्रा आत्या से मुलाक़ात की, जो महानुभाव पंथ से जुडी हैं और लड़कियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए भी काफी काम कर रहीं हैं।
पीएम मोदी ने महाविकास अघाड़ी को लिया निशाने पर
मोदी जी ने अपने भाषण में आरक्षण और जाति के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा और महाविकास अघाड़ी और शिव सेना के उद्दव ठाकरे गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "बाला साहेब ठाकरे की इच्छा थी की औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर रखा जाए, लेकिन ढाई साल तक उद्धव जी महाराष्ट्र के सीएम रहे पर अपने पिता की इच्छा को पूरा नहीं किया। आज उद्धव कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं।" पीएम मोदी ने उद्धव को चुनौती दी: "एक बार राहुल गाँधी के मुँह से हिन्दू हृदये सम्राट बाला साहेब ठाकरे की तारीफ में दो शब्द बुलवा कर दिखाओ।"
"हमने बाला साहेब की इच्छा को पूरा किया"- पीएम मोदी
मोदी जी कहा, "एक तरफ संभाजी महाराज को मानने वाले देशभक्त हैं, दूसरी तरफ औरंगज़ेब का गुनगान करने वाले लोग हैं। पूरा महाराष्ट्र जनता है की छत्रपति संभाजीनगर को उसका यह नाम देने की मांग बाला साहेब ने उठायी थी, पर अघाड़ी सरकार ने ढाई साल तक कांग्रेस के दबाव में कुछ नहीं किया। महायुति सरकार ने आते ही शहर का नाम छत्रपति संभाजीनगर रखा। हमने बाला साहेब की इच्छा को पूरा किया।"
मोदी जी ने ये भी कहा कि, "जिन्हे संभाजी महाराज के नाम पर आपत्ति है और जो उनके हत्यारे में अपना मसीहा देखते हैं वह लोग महाराष्ट्र और मराठी स्वाभिमान के विरोधी हैं। क्या महाराष्ट्र कभी भी ऐसे लोगों को स्वीकार करेगा ?"