Sunday, December 22, 2024

महाराष्ट्र चुनाव: महाराष्ट्र चुनाव में 'वोट के बदले नोट' का गोरखधंधा, ईडी की 23 ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई, 125 करोड़ के लेन-देन का पर्दाफाश


महाराष्ट्र चुनाव 2024: ईडी का बड़ा एक्शन- मालेगांव के एक व्यापारी के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग के केस में महाराष्ट्र और गुजरात के कई जगहों पर रेड मार कर बहुत बड़े घोटाले का पर्दा फास किया है। ईडी कहता है की ये एक्शन मालेगांव के एक व्यापारी के खिलाफ हुई है, जो कथित तौर पर 100 करोड़ रुपए से ज़्यादा के गैरकानूनी लेनदेन में शामिल है और इसने कई लोगों के बैंक कहते का गलत उपयोग किया है। 

महाराष्ट्र और गुजरात में ईडी की छापेमारी 

इस मनी लॉन्डरिंग केस में महाराष्ट्र के मालेगांव, नाशिक और मुंबई के अलावा गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में 23 जगह तलाशी ली गयी। यह रेड महाराष्ट्र और गुजरात के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरयाणा, ओडिशा और वेस्ट बंगाल तक फैल गयी, जहाँ 2500 से ज्यादा संदिग्ध लेनदेन और 170 के आस-पास बैंक शाखाएं अब ईडी के इन्वेस्टीगेशन के राडार पे हैं। ईडी को शक है की इन खताओं से या तो पैसा जमा या फिर विथड्रॉ किया गया है। 

चुनावी फंडिंग और "वोट जिहाद" जुड़ाव 

यह केस वास्तव में एक प्राथमिकी से जुड़ी है जो मालेगाव के व्यापर सिराज अहमद हारुन मेमों के खिलाफ दर्ज हुई थी। शिकायतकर्ता एक ऐसे शख्स है जिनका बैंक खता गैरकानूनी लेन-देन के लिए इस्तेमाल हुआ। आरोप हैं की इन बैंक खता का इस्तेमाल चुनावी फंडिंग और "वोट जिहाद" जैसे विवादास्पद उद्देश्य के लिए किया गया है। 

महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीट्स के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होने वाली है और इस गंभीर वक़्त पर ईडी का यह कदम एक मेजर एक्शन माना जा रहा है जो चुनावी माहौल पर असर दाल सकता है।  

फ्रॉड में कई लोग फंसाये गए 

आरोप यह हैं की मुख्य आरोपी ने नाशिक व्यापारी सहकारी बैंक में बैंक खाते खोलने के लिए दूसरे लोगों के केवाईसी पेपर्स ( पैन कार्ड, आधार ) इस्तेमाल किये। इसने लोगों को ये कारण दिया की वह मक्का व्यापर शुरू कर रहा है और किसानो से पैसे लेने की ज़रुरत है। अपने दोस्तों से केवाईसी पेपर्स लेकर आरोपी ने और दो बैंक खाता भी खुलवा लिए। यह 14 बैंक खाते मुख्या रूप से सितम्बर और अक्टूबर में खोले गए थे और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और वेस्ट बंगाल की 200 से ज़्यादा बैंक खाते से यह पैसा 400 से ज़्यादा लेन-देन के जरिये निकालना या ट्रांसफर किया गया। 

ईडी का संदेह और जांच में नए असर  

जांच के दौरान ईडी को पता चला की 100 करोड़ रुपए से ज़्यादा के डेबिट-क्रेडिट एंट्रीज की गए हैं। अब ईडी कुछ हवाला ऑपरेटरों की भी भागीदारी के शक कर रहा है और भी प्रमाण इकठ्ठा करने के लिए जांच जारी है। मुंबई और अहमदाबाद के खाते के बिच 50 करोड़ रुपए से ज़्यादा का लेन-देन हुआ है, जिसमें सिराज अहमद और नैम खान का नाम आया है। 

यह भी सामने आया है की फ़र्ज़ी दस्तावेज और गलत केवाईसी के जरिये कई बैंक खाते खोले गए और उन्हें वोट जिहाद जैसे इरादों के लिए इस्तेमाल किया गया, जो चुनाव प्रक्रिया को विघ्न करने की कोशिश थी। इसके जरिये बैंकिंग प्रणाली का गलता इस्तेमाल करके प्रजातंत्र को प्रभावित करने की पूरी योजना थी। 

Super Admin

Santosh Singh

कृपया लॉगिन पोस्ट में टिप्पणी करने के लिए!

आप यह भी पसंद कर सकते हैं