- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
डीआरडीओ ने फिर से एक बड़ी सफलता हासिल की है। पिनाका हथियार प्रणाली के निर्देशित उड़ान परीक्षण को सफल सिद्ध कर दिया गया है, जो भारत के लिए एक और शान की बात है। ये परिक्षण पीएसक्यूआर ( अनंतिम स्टाफ गुणात्मक आवश्यकता ) के पैरामीटर को मान्य करने के लिए किया गया था जिसमें रेंज, सटीकता, स्थिरता और उपलक्ष्य तरीके से लक्ष्य को पाने की काबिलियत जाँची गयी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस सफलता पर डीआरडीओ और भारतीय सेना की तारीफ की है और कहा की पिनाका के सफल परिक्षण के बाद हमारे सशस्त्र बल की तोंपो की गोलाबारी और भी मजबूत होगी।
पिनाका का पावर-पैक्ड परिक्षण
ये परिक्षण किसी एक्शन सीन्स से काम नहीं थे। डीआरडीओ ने पीएसक्यूआर सत्यापन परीक्षण का हिस्सा बनते हुए 12 रॉकेट्स का परिक्षण किया। इस परिक्षण के दौरान अपग्रेडेड पिनाका लॉन्चर्स को इस्तेमाल किया गया जो लांच उत्पादन एजेंसियों ने विकसित किये हैं। बस एक आदेश से ये सिस्टम 44 सेकण्ड्स में सारे रॉकेट्स फायर कर सकता है।
पिनाका राकेट सिस्टम क्या है ?
पिनाका एक मल्टी बैरल रॉकेट प्रणाली है जो युद्ध की स्थितियों में दुश्मन को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार किया गया है। इसके दो संस्करण हैं- 'मार्क I' जिसकी रेंज 40 किलोमीटर तक है और मार्क II जो 75 किलोमीटर तक सटीक निशाना लगा सकता है। इसकी रफ़्तार भी लाजवाब है - 1000-1200 मीटर्स / सेकंड। पहले इसकी सीमा 38 किलोमीटर थी लेकिन अब इसकी मारक क्षमता और सटीकता दोनों में सुधार किया गया है।
पिनाका का खौफ- चीन और पकिस्तान में बेचैनी
पिनाका सिस्टम का इस्तेमाल भारतीय सेना पहले से ही चीन और पाकिस्तान बॉर्डर्स पर कर रही है। इसकी ताकत और रेंज बढ़ने से दोनों देशों की टेंशन और भी बढ़ सकती है। एक बार फायर होने के बाद इससे रोकना नामुमकिन है।
फ़्रांस और आर्मेनिया क्यों रुचि रखते हैं?
पिनाका को दुनिया के कुछ टॉप राकेट सिस्टम्स, जैसे 'हिमर्स' ( यूएसए ) के बराबर माना जाता है। आर्मेनिया ने पहले ही पिनाका का आर्डर दे दिया था और अब फ्रांस भी इस शक्तिशाली राकेट प्रणाली में दिलचस्पी दिखने लगा है। भारत का ये एक महत्वपूर्ण रक्षा निर्यात बन सकता है जो हमारे वैश्विक प्रभाव को और मजबूत करेगा।
राजनाथ सिंह की शब्दों में - 'देश की शक्ति बढ़ेगी'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है की पिनाका के परिक्षण सफल होने पर हमारे सशस्त्र बल की क्षमता काफी बढ़ेगी, जो भारत को रक्षात्मक और आक्रामक मोड में और भी शक्तिशाली बनाएगी।
संक्षेप में- पिनाका का भारत को शानदार तोहफा
एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिन्हित हो गया है जो हमें एक और कदम आत्मनिर्भरता की ओर और विश्व स्तरीय रक्षा प्रणालियाँ में आगे ले जाता है। अब देखें कैसे ये राकेट सिस्टम हमारी सुरक्षा और ताकत को प्रोत्साहित करता है।