- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
भारत और कनाडा के बीच चल रहा तनाव अब एक नए मोड़ पर आ गया है। खालिस्तान आतंकवादी हरदीप निज्जर की मौत के बाद दोनों देशों के रिश्ते काफी खराब हो चुकें हैं। लेकिन अब, ट्रूडो सरकार ने एक अहम बयान जारी कर, पीएम नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल पर लगे गंभीर आरोप को खारिज कर दिया है।
क्या कहा कनाडा ने ?
कनाडा ने कहा है की उनके पास मोदी, जयशंकर या डोभाल को किसी भी "गंभीर आपराधिक गतिविधि" से जोड़ने के कोई भी सबूत नहीं हैं। उन्होंने 14 अक्टूबर को आरसीएमपी के आधार पर भारत के कुछ एजेंट्स के खिलाफ आरोप लगाए थे, लेकिन इसमें भारत के शीर्ष नेता का नाम नहीं था।
यह बयां उन मीडिया रिपोर्टस के बाद आया है जिसमें अनाम स्रोतों के हवाले से कहा गया था की निज्जर की हत्या की साजिश भारत के उच्च स्तर के नेताओं ने रची थी। ट्रूडो सरकार का कहना है की यह बस अटकलें हैं और कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है।
पहले क्या कहा था कनाडा ने ?
एक कैनेडियन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय पीएम को निज्जर की हत्या के बारे में पहले से पता था। इस का दावे ने वैश्विक सुर्खियां बनायीं थी लेकिन भारत ने इसे "दुर्भावनापूर्ण प्रचार" बताते हुए कड़ी निंदा की।
भारत का पक्ष
भारत ने हमेशा से इस पुरे मुद्दे को कनाडा के अंदर चल रही राजनीतिक अस्थिरता का नतीजा बताया है। साथ ही, भारत ने ट्रूडो सरकार पर खालिस्तानी समूहों को शरण देने का आरोप भी लगाया है।
क्या है आगे का दृश्य ?
अब ट्रूडो सरकार का यह नए बयां से दोनों देश रिश्ते पर क्या असर पड़ेगा, ये देखना होगा। लेकिन एक बात तो साफ़ है की अंतरराष्ट्रीय राजनीति का यह ड्रामा अभी ख़तम होने वाला नहीं है।