- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत कुमार के साथ हरयाणा के रेवाड़ी शहर पहुंचे जहाँ उन्होंने एक ख़ास शादी समारोह में शिरकत की। ये शादी भुरथल गाओं में विशेष पुलिस अधिकारी ( पीएसओ ) परमीर के बेटे की थी। शादी में सीएम नीतीश कुमार ने परमीर के परिवार को बधाई दी और दूल्हे को सुभकामनाएँ दी।
पहली बार हरयाणा आये निशांत, किया लोगों की तारीफ
निशांत कुमार के लिए ये हरयाणा की पहली यात्रा थी। उन्होंने कहा, "हरयाणा के लोग वाक़ई बहुत अच्छे और दिलदार हैं। हमें जो सम्मान और प्यार मिला उसके लिए हम दिल से शुक्रिया ऐडा करते हैं।" निशांत ने बताया की पीएसओ परमीर का ईमानदारी भरा निमंत्रण उन्हें यहाँ खींच लाया। उन्होंने ये भी उजागर किया की ये एक "दहेज़-मुक्त शादी" थी, जो उन्हें बहुत प्रभावित कर गयी।
क्या निशांत राजनीति में करेंगे प्रवेश ?
निशांत कुमार हाल ही में मीडिया और राजनीतिक मंडली में चर्चा का विषय बन गए हैं। कहीं लोग ये मान रहे हैं की वह अपने पिता नीतीश कुमार के पदचिन्ह पर चलते हुए राजनीति में कदम रख सकते हैं। लेकिन निशांत ने खुद इस बात को निराधार बताते हुए कहा है की उनकी रूचि आध्यात्मिकता में है और वह वही रास्ता अपनाना चाहते हैं। बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर निशांत अपनी अलग ही दुनिया में केंद्रित रहे हैं।
शादी में दिखाई दिलचस्पी, पर लिया सबसे अलग प्रेरणा
शादी के माहौल में जब सब मस्ती और उत्साह में व्यस्त थे, निशांत ने अपने एक यूनिक अवलोकन का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, "एक दहेज़ मुक्त शादी का हिस्सा बनना एक मिसाल है जो समाज के लिए ज़रूरी है।" हरयाणा की अपनी पहली यात्रा को निशांत ने एक यादगार अनुभव कहा और ये भी कहा की यहाँ के लोगों की विनम्रता उनके दिल को छू गयी।
निशांत कुमार और निशांत की यह यात्रा सिर्फ एक शादी तक सिमित नहीं रही बल्कि लोगों के दिलों तक भी पहुंचे। निशांत के नज़रिये और उनकी बातें लोगों में एक नए निशांत कुमार के तसव्वुर को जन्म दे रही है, जो आध्यात्मिकता के रास्ते पर चलने को तैयार है, राजनीति के नहीं।