- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के जमुई में एक जान सभा को सम्बोधित करते हुए देश के 60,000 आदिवासी गावों के लिए एक ख़ास योजना किया। " धरती आबा जनजातिये ग्राम उत्कर्ष अभियान" आदिवासी समाज के समग्र विकास के लिए शुरू की गयी है। मोदी जी इस योजना के तहत लगभग 80,000 करोड़ रुपए आदिवासी गावों में निवेश किये जाएंगे।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, "इस ख़ास अभियान का मकसद है आदिवासी समाज तक ज़रूरी सुविधाएं पहुँचाना और उनके लिए प्रशिक्षण और रोज़गार के नए मौके उत्पन्न करना।" इस अंतर्गत आदिवासी इलाकों में "जनजातिये विप्रन केंद्र" बनाये जाएंगे ताकि स्थानीय उत्पादों को उनका सही दाम सके और आदिवासी समुदाय को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा सके।
पीएम मोदी ने ये भी बताया की इस योजना के तहत आदिवासी परिवार को 'होम स्टे' बनाने के लिए प्रशिक्षण और मदद मिलेगी। इससे ना सिर्फ स्थानीय समुदाय को आर्थिक फायदा होगा बल्कि आदिवासी इलाकों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। "हममरे जंगलों और आदिवासी इलाकों में पारिस्थितिकी पर्यटन को अब हकीकत में बदलने का वक़्त आ गया है," पीएम मोदी ने कहा। इससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और प्रवास की समस्या भी दूर होगी।
मोदी जी ने कहा की योजना आदिवासी समुदायें को उनके प्राकृतिक संसाधन का सही उपयोग करने में मदद करेगी साथ ही उन्हें पारंपरिक जीवन शैली के साथ आधुनिक विकास की तरफ आगे बढ़ने का मौका देगी।
प्रधान मंत्री ने आदिवासी समाज के उज्जवल भविष्य के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोबारा पक्का किया और कहा की यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी और उनकी सांस्कृतिक विरासत और जीवन शैली को और ज्यादा मजबूत करेगी। इस आयोजन में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री और कई महानुभाव भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने प्रचार प्रसार में काम कर रहे स्वयंसेवकों और स्थानीय लोगों को उनके योगदान के लिए शुक्रिया कहा और इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए उन्हें प्रोतसाहित किया।
यह योजना ना सिर्फ आदिवासी गांव के विकास को नयी दिशा दे रही है बल्कि उनके लिए नए अवसर और विकास का एक रास्ता खोल रही है।