- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बरहेट की विधानसभा सीट 2024 के चुनाव के लिए एक बार फिर से गरमा गयी है। इस बार चुनावी मैच कुछ ख़ास है क्यूंकि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ( झामुमो ) के प्रमुख और राज्य के सीएम हेमंत सोरेन खुद सीट पर चुनाव लड़ रहें हैं और उनका सामना बीजेपी गमालियाल हेम्ब्रम से होगा।
किस तरह का है चुनाव का माहौल ?
बरहेट विधानसभा क्षेत्र में इस बार तीव्र मुक़ाबला देखा जा सकता है। हेमंत सोरेन जो 2014 और 2019 में ये सीट जीत चुकें है, इस बार अपनी "हैट-ट्रिक" के लिए बीजेपी के उम्मीदावर गमालियाल हेम्ब्रम से टकराएंगे। बरहेट सीट पे पहले भी झामुमो का प्रभाव रहा है और यह सीट अब तक उनके लिए एक 'सुरक्षित गढ़' बानी हुई थी। लेकिन इस बार, बीजेपी ने अपनी पूरी ताक़त लगा दी है और यह चुनाव काफी दिलचस्प हो सकता है।
बरहेट के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- हेमंत सोरेन ( जेएमएम )
- गमलीएल हेम्ब्रम ( बीजेपी )
- दिनेश सोरेन ( एनसीपी )
- रानी हांसदा ( अम्बेडकरवादी पार्टी ऑफ़ इंडिया )
जेएमएम और बीजेपी के बीच युद्ध चल रही है, जहाँ दोनों पार्टीज अपने 'सर्वोत्तम उम्मीदवारों' को मैदान में उतार चुकी हैं। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ( जेएमएम ), कांग्रेस, राजद और सीपीआई-एमएल मिलकर 'आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन' के तहत चुनाव लड़ रहें हैं, जबकि बीजेपी अपने साथ आजसू, जदयू, और लोजपा ( राम विलास ) को लेकर "एनडीए गठबंधन" का हिस्सा है।
चुनावी गठबंधन टूटना:
- आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन:
- जेएमएम: 43 सीट्स
- कांग्रेस: 30 सीट्स
- राजद: 6 सीट्स
- सीपीआई-एमएल: 4 सीट्स
- एनडीए गठबंधन:
- बीजेपी: 68 सीट्स
- आजसू: 10 सीट्स
- जदयू: 2 सीट्स
- लोजपा ( राम विलास ): 1 सीट
बरहेट की सीट का ऐतिहासिक अवलोकन:
बरहेट की सीट झारखण्ड के साहेबगंज जिले के अंदर आती है और यह राजमहल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। साहेबगंज के अलावा इस क्षेत्र में और भी एसटी (अनुसूचित जनजाति ) आरक्षित क्षेत्र हैं, 'बोरियो', 'लिटीपारा' और 'महेशपुर'। यहाँ के लोग मुख्य रूप से आदिवासी समुदाय से संबंधित हैं, जो इस क्षेत्र की राजनीतिक गतिशीलता को बहुत प्रभावित करते हैं।
किस दिन होगी वोटिंग ?
बरहेट में वोटिंग 20 नवंबर को होने वाली है, जो की चुनाव के 'दूसरे चरण' का हिस्सा है। पहला चरण 13 नवंबर को पूरा हो चूका है और दूसरे चरण में बरहेट भी शामिल है। वोटों की गिनती और परिणाम की घोषणा 23 नवंबर को होगी।
पिछले चुनावी परिणाम:
- 2019: हेमंत सोरेन ( जेएमएम )
- 2014: हेमंत सोरेन ( जेएमएम )
- 2009: हेमलाल मुर्मू (जेएमएम)
- 2005: थॉमस सोरेन (जेएमएम)
2014 और 2019 के चुनाव में क्या हुआ ?
अगर हम 2019 के चुनाव की बात करें तो, हेमंत सोरेन ने 'बीजेपी' के उम्मीदवार साइमन माल्टो को 25,740 वोट्स के फ़र्क़ से हराया था। हेमंत को 53.49% वोट साझा मिला, जबकि माल्टो को सिर्फ 34.82% वोट्स मिले।
वहीँ 2014 में, हेमंत सोरेन ने बीजेपी के हेमलाल मुर्मू को 24,087 वोटों के फ़र्क़ से हराया था। सोरेन को 46.18% साझा वोट मिला और मुर्मू को 28.38% वोट्स मिले।
निष्कर्ष:
तो, बरहेट विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। जहाँ एक तरफ हेमंत सोरेन अपनी हैट-ट्रिक फटने की पूरी कोशिश करेंगे, वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी के गमालियाल हेम्ब्रम भी इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताक़त लगा रहें हैं। यह चुनाव सिर्फ बरहेट के लिए नहीं बल्कि झारखण्ड की पूरी राजनीतिक तस्वीर को परिभाषित करने वाला है। इसलिए 20 नवंबर का दिन बहुत महत्वपूर्ण होगा।