- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म दिवस बिहार में "मेधा दिवस" के रूप में मनाया जाता है, जिसका असली मकसद है बिहार के प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करना और शिक्षा के महत्व को उजागर करना। इस दिन को लेकर बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ( बिहार बोर्ड ) ने एक ख़ास घोषणा की है।
3 दिसंबर 2024 को, बिहार बोर्ड अपने 'इंटर' और 'मैट्रिक' के 75 टप्परों को सम्मानित करने वाले हैं। यह आयोजन हर साल 'मेधा दिवस' के रूप में मनाया जाता है जो डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्म दिवस के मौके पर होता है। इस शानदार आयोजन में टप्परों को नक़द पुरस्कार, लैपटॉप्स, किंडल इ-बुक रीडर्स और सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।
तो कौन-कौन से छात्र होंगे सम्मानित?
मैट्रिक:
राज्य स्तर पर टॉप 10 में आने वाले 51 विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
इंटर:
- साइंस स्ट्रीम के टॉप 6 में से 9 छात्र
- कॉमर्स स्ट्रीम के टॉप 5 में से 8 छात्र
- आर्ट्स स्ट्रीम के टॉप 5 में से 5 छात्र
पुरस्कारों की श्रेणियाँ:
- प्रथम स्थान: ₹1 लाख नकद + लैपटॉप
- दूसरा स्थान: ₹75,000 नकद
- तीसरा स्थान: ₹50,000 नकद
हर एक टॉपर को अतिरिक्त पुरस्कार जैसे की लैपटॉप, किंडल इ-बुक रीडर और एक सर्टिफिकेट भी मिलेगा।
'मेधा दिवस' का उत्सव डॉ. राजेंद्र प्रसाद के सम्मान में होता है, जिसका उद्देश्य है बिहार के छात्रों को उत्साहित करना हुए उन्हें अपने भविष्य की पढ़ाई में मदद देना। इस बार यह कार्यक्रम कहां होगा, इसका विवरण बहुत जल्द दी जाएंगी।
आयोजन का उद्देश्य:
- विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना चाहिए और उन्हें अपने लक्ष्य के लिए प्रेरित करना चाहिए
- उनकी आगे की पढाई में उन्हें मदद देना
- शीर्ष प्रदर्शन करने वालों को सामाजिक और शैक्षणिक स्तर पर इज्जत देना
बिहार बोर्ड इस आयोजन को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए तैयारियों में लगा हुआ है। यह एक बेहतरीन मौका है छात्रों के लिए अपने प्रतिभा को दिखने का और उनके कड़ी मेहनत को इज्जत देने का।