- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
अररिया के सिमरहा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक हाई-ड्रामा घटना हुई, जिसमें पुलिस पर हमला कर के एक बदमाश को छुड़ा लिया गया था। यह पूरा केस ऋषिदेव टोला, औरहि पूरब गाओं का है। इस मामले में अब तक पुलिस ने 23 लोगो को अरेस्ट कर लिया है और बाकी हमलावरों की तलाश जारी है। चलिए जानते हैं पूरी कहानी।
क्या हुआ था उस रात ?
गुरुवार की रात (21 नवंबर ) को एक टिप-ऑफ मिनी थी कुछ अपराधि हत्यारों के साथ किसी बड़ी गुनाह की योजना कर रहे हैं।
सिमराहा पुलिस के इंचार्ज, इम्तिआज़ खान, और पीटीसी मक़सूद आलम, अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। लेकिन जैसे ही तलाशी शुरू हुई, वहां के बदमाश पुलिस से भीड़ गए।
पुलिस ने एक बदमाश को हिरासत में ले लिया था और उसे ले जाने की कोशिश कर रहे थे तभी वहां के लोगों ने हमला कर दिया। ना सिर्फ पुलिस टीम की पिटाई हुई, बल्कि लोग बदमाश को पुलिस की हिरासत से छुड़ा कर ले गए।
पुलिस का जवाब - 23 लोग पकड़े गए
हमले के बाद एसपी अमित रंजन ने तुरंत एक्शन लिया और फारबिसगंज सडीपीओ मुकेश कुमार सहा के नेतृत्व में एक स्पेशल विशेष जांच दल (एसईटी) बनाई गयी। पुलिस ने रात भर छापा करके अब तक 23 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी हमलावारों की भी पहचान हो रही है।
पुलिस की टीम पर हमला - घायल अधिकारियों का क्या हुआ?
हमले के दौरान सिमराहा थाना प्रभारी इम्तियाज खान और पीटीसी मकसूद आलम घायल हो गये. उनका तुरंत इलाज हुआ और अब वो खतरे से बाहर हैं।
क्या सिमराहा थाने में ग्रामीणों के खिलाफ हमला और बदमाशों को छुड़ाने के लिए केस रजिस्टर किया गया है।
और अरेस्ट होना बाकी हैं
एसपी अमित रंजन के मुताबिक, एसआईटी टीम ने पहली ही काफी लोगों को पकड़ा हैं, लेकिन जाँच अभी जारी है। एसडीपीओ मुकेश कुमार सहा ने निश्चित किया है की बाकी गुनहगारों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा।
ये केस सिर्फ एक हमले का नहीं,बल्कि कानून प्रवर्तन पर बड़ा सवाल उठता है। गांव के लोगों का बदमाशों के साथ इस तरह का प्रतिक्रिया सिर्फ चौंकाने वाला नहीं, बल्कि गंभीर चिंता का मामला है। अब देखना यह है की पुलिस का ये जाँच और लोगों पर कितना प्रभाव होता है।