- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में एक और बड़ा कदम उठाते हुए "₹8837.77 करोड़" की लागत से बनी "6199 योजनाओं" का उद्घाटन और कार्यारंभ किया। इस भव्य कार्यक्रम में उन्होंने "रिमोट के जरिए" इन योजनाओं को हरी झंडी दिखाई। इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, "यह गर्व की बात है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और पुलों का निर्माण हो रहा है, जिससे आवागमन सुगम होगा और लोगों का जीवन आसान बनेगा।"
क्या-क्या हुआ उद्घाटन और कार्यारंभ?
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने "₹6509.93 करोड़" की लागत से बनी "4390 योजनाओं" का कार्यारंभ और "₹2327.84 करोड़" की लागत से बनी "1809 योजनाओं" का उद्घाटन किया। इन योजनाओं में सड़कों और पुलों का निर्माण, मरम्मत, उन्नयन (पुनर्निर्माण, सुदृढ़ीकरण, चौड़ीकरण) शामिल है।
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना:
- "₹983 करोड़" की लागत से "763 सड़कें" (कुल लंबाई 947 किमी) और "4 पुल" बनाए गए।
- "₹1824 करोड़" की लागत से "1472 सड़कों" (कुल लंबाई 1571 किमी) और "5 पुलों" का निर्माण किया जाएगा।
"मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम:"
- "₹1113 करोड़" की लागत से "972 सड़कों" (कुल लंबाई 1904 किमी) की मरम्मत की गई।
- भविष्य में "₹2350 करोड़" की लागत से "2306 सड़कों" (कुल लंबाई 4148 किमी) की मरम्मत की जाएगी।
"मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना:'
- "₹92 करोड़" की लागत से "33 सड़कों" (कुल लंबाई 104 किमी) का पुनर्निर्माण किया गया।
- "₹1739 करोड़" की लागत से "442 सड़कों" (कुल लंबाई 1701 किमी) और "1 पुल" का उन्नयन होगा।
"राज्य योजना:"
- "₹139 करोड़" की लागत से "5 सड़कों" (कुल लंबाई 6 किमी) और "36 पुलों" का निर्माण किया गया।
- आगे "₹597 करोड़" की लागत से "30 सड़कों" (कुल लंबाई 73 किमी) और '139 पुलों" का निर्माण होगा।
मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं को तय समय में और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जिन सड़कों और पुलों का निर्माण हो रहा है, उनकी "नियमित निगरानी और मेंटेनेंस" सुनिश्चित किया जाए, ताकि उनका उपयोग लंबे समय तक हो सके।
कार्यक्रम की झलक
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को "हरित गुच्छ" भेंट कर स्वागत किया गया। मौके पर ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
क्या होगा असर?
इन योजनाओं से बिहार के ग्रामीण इलाकों में सड़कों और पुलों का जाल बिछेगा। इससे न केवल आवागमन में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री की यह पहल विकास की नई इबारत लिख रही है और बिहार को बेहतर भविष्य की ओर ले जा रही है।