Sunday, December 22, 2024

महाराष्ट्र न्यूज़: क्या विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में फूट के संकेत? महाराष्ट्र चुनाव पर कल्याण बनर्जी का चौंकाने वाला बयान


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की ताकत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कांग्रेस को बड़ी विफलता का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विपक्ष को भाजपा के खिलाफ लड़ाई में एकजुट नेतृत्व की जरूरत है।  

‘कांग्रेस ने उम्मीदें तोड़ीं’ 

कल्याण बनर्जी का मानना है कि हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी इसमें असफल रही। उन्होंने कहा, “अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को मजबूत बनाना है, तो एक प्रभावी नेता की जरूरत है। लेकिन कांग्रेस बार-बार असफल हो रही है और इससे गठबंधन कमजोर हो रहा है।” 

‘ममता बनर्जी को संभालनी चाहिए कमान’

टीएमसी सांसद ने कांग्रेस को आत्ममंथन की सलाह देते हुए कहा कि पार्टी को अपने ‘अहंकार’ को किनारे रखना चाहिए। उन्होंने ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की बात कही। उनका मानना है कि ममता बनर्जी का जमीन से जुड़ाव और नेतृत्व क्षमता विपक्षी गठबंधन को नई ताकत दे सकती है।  

‘अहंकार से नहीं चलेगा काम’  

कल्याण बनर्जी ने विपक्षी दलों से कहा, “हालिया चुनावी हार को स्वीकार करें और एकता को प्राथमिकता दें। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठे बिना भाजपा को चुनौती देना नामुमकिन है।” उन्होंने विपक्ष के प्रयासों को डगमगाते हुए बताया और कहा कि व्यावहारिक दृष्टिकोण के बिना गठबंधन की कोशिशें नाकाम रहेंगी।  

महाराष्ट्र चुनाव: क्या कहते हैं आंकड़े?  

महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 132, शिंदे गुट की शिवसेना ने 57, और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। दूसरी ओर, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने सिर्फ 46 सीटें जीतीं, जिनमें कांग्रेस की झोली में सिर्फ 16 सीटें आईं।  

भाजपा के खिलाफ एकजुटता की जरूरत  

कल्याण बनर्जी ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा को चुनौती देने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने ममता बनर्जी को विपक्ष का सबसे उपयुक्त चेहरा बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ही भाजपा के खिलाफ प्रभावी लड़ाई संभव है।  

क्या कांग्रेस कल्याण बनर्जी की बातों पर गौर करेगी? या विपक्षी गठबंधन के अंदर ही यह खींचतान 2024 के चुनावों में भाजपा के लिए और राह आसान बनाएगी? ये सवाल अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का केंद्र बन गए हैं।

Super Admin

Santosh Singh

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