- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
महाराष्ट्र के नागपुर में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस पर विवादास्पद टिप्पणी कर दिया है। कन्हैया ने फडणवीस का नाम लिए बिना यह सवाल उठाया कि अगर धर्म बचाने की जिम्मेदारी जनता की है, तो क्या नेताओं के परिवारों को इससे अलग रखा जाएगा? उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं हो सकता कि हम लोग धर्म बचाए और डिप्टी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बनाती रहें।"
कन्हैया कुमार का यह बयान महाराष्ट्र में धर्म के नाम पर छिड़े राजनीतिक घमासान के बीच आया है। कन्हैया ने आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है और नेताओं के परिवार इसे सिर्फ दिखावा बना रहे हैं। उनका कहना था कि जब जनता धर्म की रक्षा करने के लिए संघर्ष कर रही है, तो क्या नेताओं के परिवार इसे सिर्फ एक फैशन समझकर मजे लेंगे?
कन्हैया की टिप्पणी ने बीजेपी में हलचल मचा दी है। पार्टी ने इसे मराठी महिला की अस्मिता से जोड़ते हुए कन्हैया की आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे हर मराठी महिला का अपमान बताया और कन्हैया को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का समर्थक तक करार दिया।
कन्हैया ने किया जय शाह पर भी हमला
कन्हैया ने गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे आईपीएल के लिए टीम बना रहे हैं, जबकि जनता को ड्रीम 11 खेलने की सलाह दी जा रही है। कन्हैया ने आरोप लगाया कि देशवासियों को क्रिकेटर बनाने का सपना दिखाकर जुआरी बना दिया गया है। उनका कहना था कि इस तरह भावनाओं का गलत इस्तेमाल कर जनता से उनके अधिकार छीन लिए जाते हैं।
क्या बोले फडणवीस?
यह विवाद उस वक्त गरमाया जब फडणवीस ने हाल ही में लोकसभा चुनावों में महायुति के खराब प्रदर्शन का कारण "वोट जिहाद" को बताया था। फडणवीस ने कहा था कि मुस्लिम वोटों के एकजुट होने की वजह से महाविकास आघाड़ी को 14 सीटों पर जीत मिली, जिससे महायुति को हार का सामना करना पड़ा।
राजनीतिक बयानबाजी का असर चुनावी प्रचार पर
कन्हैया की यह टिप्पणी महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर और भी विवाद पैदा कर सकती है। राज्य में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे। ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान इस तरह की बयानबाजी का असर वोटरों पर पड़ सकता है।
कन्हैया कुमार, जो कि दिल्ली विश्वविद्यालय की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके हैं, नागपुर में कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल्ल गुडाधे के समर्थन में एक रैली में पहुंचे थे। इस रैली में उन्होंने सीधे तौर पर फडणवीस का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी पत्नी पर निशाना साधा।
बीजेपी की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया
बीजेपी ने कन्हैया कुमार की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने इसे मराठी महिला की अस्मिता का अपमान बताया है और कन्हैया कुमार की राजनीति पर सवाल उठाए हैं। इस विवाद के बाद कन्हैया कुमार के बयान ने महाराष्ट्र में चुनावी माहौल को और गर्मा दिया है, जहां राजनीतिक बयानबाजी के बीच आगामी चुनावों में हर वोट की अहमियत है।