Sunday, December 22, 2024

"कनाडा में बढ़ते चरमपंथ का मुद्दा: भारतीय राजनयिकों की निगरानी पर जयशंकर का सख्त बयान"


कनाडा के ब्रैम्पटन में हाल ही में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले ने विवाद का रूप ले लिया है। इस घटना को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी चिंता जताई है। ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में मीडिया से बात करते हुए जयशंकर ने कहा, “कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमला बेहद चिंताजनक है।”  

‘चरमपंथ को मिल रहा पॉलिटिकल स्पेस’ 

जयशंकर ने आगे कहा कि कनाडा में चरमपंथी ताकतों को बढ़ावा दिया जा रहा है और उन्हें राजनीतिक स्पेस दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कनाडा में भारतीय राजनयिकों की निगरानी की बात को "अस्वीकार्य" बताया, जो भारत के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।

प्रदर्शनकारी सड़कों पर, लगाए विरोध के नारे 

इस घटना के बाद सोमवार को हिंदू समुदाय कनाडा की सड़कों पर उतर आया और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने "बंटोगे तो कटोगे" और "इंकलाब जिंदाबाद" जैसे नारे लगाए, जिससे यह विरोध और अधिक प्रभावी हो गया।  

सिख अलगाववादियों और भारत के बीच तनाव

  यह घटना उस समय सामने आई है जब कनाडा ने कुछ हफ्ते पहले छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित किया था, जिसे एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या से जोड़ा गया। कनाडा ने भारत पर दक्षिण एशियाई असंतुष्टों के खिलाफ अभियान चलाने का आरोप लगाया है, जिसे नई दिल्ली पूरी तरह खारिज करती है। इस विवाद ने भारत और कनाडा के संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है।

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री का बयान  

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भी इस मसले पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हर व्यक्ति को सुरक्षित और सम्मानित महसूस करने का अधिकार है। उन्होंने हिंसा, नफरत फैलाने और बर्बरता के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "हम शांति से विरोध करने का समर्थन करते हैं, लेकिन इसके नाम पर हिंसा और तोड़फोड़ स्वीकार नहीं की जाएगी।"  

इस तरह, यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींच रहा है, और भारत-कनाडा के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए आने वाले समय में इस पर और प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।

Super Admin

Santosh Singh

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