Sunday, December 22, 2024

डूसू चुनाव परिणाम: छठे चरण की गिनती एनएसयूआई ने बनाई बढ़त, नतीजों का इंतजार और कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी


दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (डूसू) चुनाव की गिनती 25 नवंबर की सुबह 8 बजे शुरू हुई और माहौल पूरी तरह चुनावी जोश से भरा है। मतगणना डीयू के कॉन्फ्रेंस सेंटर में कड़ी सुरक्षा और आधुनिक निगरानी के बीच चल रही है। 14 सीसीटीवी और 8 वीडियो कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।  

सख्ती से लागू किए गए नियम 

कॉन्फ्रेंस सेंटर तक पहुंचने वाले रास्तों, जैसे छात्रा मार्ग, पटेल चेस्ट और रामजस कॉलेज के पास, बैरिकेड्स लगाकर ट्रैफिक को रोक दिया गया है। विजेता छात्र रैली निकालने, लाउडस्पीकर बजाने या ढोल-ताशों के साथ जश्न मनाने की अनुमति नहीं है। इन नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।  

प्रथम चरण के बाद स्थिति 

शुरुआती राउंड के बाद से ही मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है।  

- अध्यक्ष पद: एनएसयूआई के रौनक खत्री ने एबीवीपी के ऋषभ से 560 वोटों की बढ़त बना ली है।  

- उपाध्यक्ष पद: एबीवीपी के भानुप्रताप सिंह मामूली अंतर से एनएसयूआई के यश से आगे हैं।  

प्रमुख आंकड़े: 

अध्यक्ष पद:

 - एबीवीपी: 5821 वोट  

 - एनएसयूआई: 6418 वोट  

 - वाम: 925 वोट  

 - नोटा: 1311 वोट  

उपाध्यक्ष पद:  

 - एबीवीपी: 6405 वोट  

 - एनएसयूआई: 5060 वोट  

सचिव पद:  

 - एबीवीपी: 5189 वोट  

 - एनएसयूआई: 5064 वोट  

मतगणना के बीच रोमांच

अध्यक्ष, सचिव, और संयुक्त सचिव पद पर फिलहाल एनएसयूआई आगे चल रही है, जबकि उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने बढ़त बनाई हुई है। मतगणना का हर चरण नए मोड़ लेकर आ रहा है, जिससे यह साफ हो रहा है कि अंतिम परिणाम तक कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।  

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मतगणना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है। स्ट्रांग रूम की सील खोलने से लेकर ईवीएम ट्रांसफर तक हर प्रक्रिया में उम्मीदवारों की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है। सुरक्षा के लिए पूरे परिसर में पुलिस का पहरा और निगरानी टीमों का राउंड द क्लॉक अलर्ट जारी है।  

कब आएंगे नतीजे?  

सभी की निगाहें शाम 4 बजे के संभावित नतीजों पर टिकी हैं। विजेता चाहे कोई भी हो, यूनिवर्सिटी कैंपस का माहौल पहले से ही उत्साह और प्रत्याशा से सराबोर है।  

अब तक की कहानी का सार:

दिल्ली यूनिवर्सिटी का डूसू चुनाव सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि छात्रों के जोश और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उत्सव है। अगले कुछ घंटों में तय होगा कि कैंपस की कमान किसके हाथों में होगी।

Super Admin

Santosh Singh

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