- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा ली गई शिक्षक भर्ता परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा का पश्न पत्र पहले ही लीक हो चुका था। रास्ते में ही पश्न पत्र को स्कैन करके वायरल कर दिया गया। प्रश्नपत्रों को ट्र्रांसपोर्ट के माध्यम से पटना से नवादा भेजा जा रहा था, इसी दौरान कुरियर कंपनी और ड्राइवर के सांठ-गांठ से नगरनौसा के बुद्धा फैमिली रेस्तरां में प्रश्न-पत्र को स्कैन कर लिया गया।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पूरे पेपर लीक का उद्भेदन कर दिया है। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड उज्जैन से गिरफ्तार हो चुका अंतरराज्यीय प्रश्न-पत्र गिरोह का सरगना डॉ. शिव है। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं में भी इस गिरोह के सदस्यों की भूमिका सामने आई है।
इस मामले में कुरियर कंपनी के मुंशी समेत अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया है। ईओयू के अनुसार, पेपरलीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार शिव ओर उसके गिरोह के सदस्यों बल्ली उर्फ संदीप, प्रदीप, तेज प्रकाश और सौम्या से कई चरणों में हुई पूछताछ में पूरे कांड का उद्भेदन किया जा सका।
सभी ने बताया कि यह कई वर्षों से प्रश्न-पत्र लीक करवाने के धंधे में लगे हैं, जिससे इन्हें मोटी कमाई होती है। यह लगातार इस टोह में रहते हैं कि किस राज्य के किस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्न-पत्र की छपाई की जा रही है। प्रश्नपत्रों के परिवहन की क्या व्यवस्था है। शिक्षक भर्ती परीक्षा में इन्हें पता चल गया था जिसके बाद इन्होंने पश्न पत्र का स्कैन करके मोटी कमाई की व्यवस्था कर ली।