- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए चुनाव आयोग से एक बड़ी मांग की है। अखिलेश सिंह का कहना है की पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग को तुरंत एक्शन लेना चाहिए, क्यूंकि उन्होंने बिहार के लोगों को सिर्फ वादों के जाल में फसा रखा है।
पीएम मोदी के खिलाफ एक्शन की मांग
अखिलेश सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा की पीएम मोदी बार-बार बिहार के दौरे पर आ रहे हैं लेकिन उनकी योजनाएं सिर्फ कागज़ों तक ही सिमित हैं। दरभंगा में हॉस्पिटल के काम की घोषणा लगभग डेढ़ साल पहले हुई थी लेकिन आज तक जमीनी हकीकत अलग है। अखिलेश का आरोप है कि, "सत्ता पक्ष चुनाव आयोग की आँखों में धुल झोंक रहा है।"
उन्होंने सीधे चुनाव आयोग से अपील करते हुए कहा, "मैं चुनाव आयोग से निवेदन करता हूँ कि पीएम मोदी के खिलाफ तुरंत संज्ञान लें क्यूंकि यह लोग सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट कर रहे हैं।"
बिहार में जीवन स्तर गिरता जा रहा है
अखिलेश सिंह का कहना है कि बिहार के लिए सिर्फ बड़ी-बड़ी घोषणाएं होती हैं लेकिन काम कुछ नहीं होता। बिहार के लोगों का जीवन स्तर दिन-बा-दिन गिरता जा रहा है और सरकार इस पर आँख बंद करके बैठे हैं। "बिहार आज भी पिछड़ रहा है और अगले साल के चुनाव में सिर्फ वादे दिए जायेंगे," उन्होंने कहा।
बिहार अब राम भरोसे
अखिलेश सिंह का यह भी कहना है की बिहार की सरकार "राम भरोसे" चल रही है। पीएम मोदी झारखण्ड के चुनाव प्रचार के लिए बिहार के दौरे का बहाना बना रहे हैं। उनका कहना था की बिहार के सीएम नीतीश कुमार के मंत्री खुद को असहाय महसूस करते हैं और सरकार 3-4 अफसरों के भरोसे चल रही है।
नितीश कुमार की सफाई पर ताना
अखिलेश सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर भी कड़े शब्दों में टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "जब भी नितीश जी सफाई देते हैं की गलती हो गयी थी तब लगता है की फिर से वो अपना पल्ला बदलने की तैयारी में हैं।" नितीश कुमार का राजनीतिक पास्ट उनकी स्थिरता पर सवाल उठता है।
क्या बिहार के विकास का है कोई रोडमैप?
अखिलेश सिंह के इस बयान ने बिहार की राजनीति में एक नए मुद्दे को जन्म दिया है। क्या सच में पीएम मोदी और बिहार सरकार बिहार के लोगों के लिए कुछ कर रहे हैं या सिर्फ चुनावी राजनीती के शिकार हैं ? चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया और सरकार का जवाब देखना अब काफी दिलचस्प होगा।