- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
समस्तीपुर के पटेल मैदान में जदयू का भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ जिसमें पार्टी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा एमपी संजय झा ने शामिल होकर नीतीश कुमार के 19 साल के नेतृत्व को उजागर किया। सम्मेलन का मुख्या केंद्र था नीतीश सरकार के "सुशासन", महिला सशक्तिकरण और राज्य की विकास परियोजनाएँ।
19 साल का सुशासन मॉडल
संजय झा ने नीतीश कुमार के कार्यकाल को एक स्थिरता और सुशासन का आदर्श उदाहरण बोला। उन्होंने कहा, "पिछले 19 सालों में बिहार में एक भी दिन कर्फ़्यू नहीं लगा। "20 साल पहले समस्तीपुर जैसे शहर में लड़कियों को साइकिल चलते देखना मुश्किल था पर अब महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की वजह से यह परिदृश्य बदल गया है।
स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा
- दरभंगा एम्स: पटना के बाद अब दरभंगा में एम्स की मंजूरी मिल चुकी है, जो मिथिलांचल के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाएगा।
- दरभंगा हवाईअड्डा: क्या अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा परियोजना को लेकर काम जोरों पर है, जो राज्य की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा।
डबल इंजन सरकार का फायदा
संजय झा ने डबल इंजन सरकार की तारीफ की और कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार को अगले पांच साल में ज्यादा विकास मिलेगा।
मुस्लिम वोट बैंक को लेकर हंगामा
पूर्व सांसद अशफाक करीम ने मुस्लिम समुदाय से जदयू को समर्थन देने की अपील की और कहा कि नीतीश सरकार ने सबके लिए काम किया है। अन्होन ने जोर दिया कि ये संदेश हर गांव और घर तक पहुंचना चाहिए।
ललन सिंह का विवादित बयान
ललन सिंह के एक बयान ने राजनीतिक तूफ़ान पैदा कर दिया। जिसमें उन्होंने कहा की "मुस्लिम जदयू को वोट नहीं करते।" बाद में उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट किया और कहा की उनकी बातों को गलत तरीके से प्रोजेक्ट किया गया।
निष्कर्ष:
सम्मलेन का साफ़ सन्देश था कि नीतीश कुमार की सरकार हर समाज का अनुभाग के लिए काम कर रही है। महिला सशक्तिकरण और विकास परियोजनाओं के जरिए एक मजबूत सरकार के उदहारण तय किया गया है। ललन सिंह के बयान पर विवाद के बावज़ूद, पार्टी ने अपना फोकस बनाए रखते हुए अपने उपलब्धियों को प्रमोट किया।