- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार के लोगों के लिए एक खुशखबरी है। बख्तियारपुर-मोकामा ग्रीनफील्ड 4-लेन एक्सप्रेसवे का 43 किलोमीटर का खिंचाव बिलकुल तैयार हो गया है। अब इस एक्सप्रेसवे के जरिये, मोकामा तक की सफर होगी और भी आसान और सुविधाजनक। इसके साथ ही, 1.6 किलोमीटर का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) हैं।
यह 870 करोड़ के परियोजना का काम अपने अंतिम स्तर पर है और अपेक्षित है की अगले साल मार्च तक यह पूरी तरह से परिचालन के लिए तैयार हो जाएगा। पटना से मोकामा का सफर, जो अब तक काफी समय लेने वाली और असुविधाजनक था, अब 100 किलोमीटर की दुरी को और भी आरामदायक बना देगा।
बख्तियारपुर से लेकर मोकामा तक के रास्ते का निर्माण 2017 में शुरू हुआ था। शुरू में, यह परियोजना 2019 तक पूरा होना था, लेकिन भूमि अधिग्रहण के मुद्दों की वजह से समय सीमा में बदलाव होती गयी। अब, परियोजना की अंतिम समय सीमा मार्च 2025 तक है। लेकिन अच्छी बात यह है की बख्तियारपुर से मोकामा तक कि एक साइड का टू-लेन सड़क जनवरी तक खुल जाएगा और दूसरी साइड की लेन मार्च तक तैयार हो जाएगी।
एनएचएआई के अधिकारी के मुताबिक, बख्तियारपुर के आस-पास रेलवे ओवर ब्रिजों का काम भी एक महीने में तैयार हो सकता है, जिससे एक साइड के दो लेन जल्द ही खुल जाएंगे। जैसे ही आरओबी का काम पूरा होता है, बख्तियारपुर से मोकामा तक की 100 किलोमीटर की दुरी में सफर बहुत ही आसान हो जाएगा।
इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने से मोकामा तक का सफर सिर्फ 1.5 घंटे की हो जाएगी। मौका है 870 करोड़ के इस मेगा प्रोजेक्ट से बिहार के कई जिलों- बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और जमुई को भी फायदा होगा। यानि यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ पटना से मोकामा का सफर तय करेगा बल्कि नजदीकी क्षेत्रों को भी एक निर्बाध और सहज संपर्क देगा।