- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार की सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की शराबबंदी योजना पूरी तरह से विफल हो चुकी है।
हाल ही में विधानसभा में हुई बहस के दौरान विपक्ष ने बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों का मुद्दा उठाया। इस पर सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने जवाब दिया कि अप्रैल 2016 से अब तक राज्य में जहरीली शराब से 156 मौतें हो चुकी हैं। साथ ही उन्होंने शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी भी दी।
लेकिन तेजस्वी यादव ने इस जवाब को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि यह आंकड़ा सिर्फ तीन जिलों का है और बिहार के बाकी हिस्सों में स्थिति बहुत गंभीर है। उन्होंने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, "एक तरफ नीतीश कुमार शराबबंदी की समीक्षा करते हैं, वहीं दूसरी तरफ थाने से शराब बिक रही है। सबको पता है कि कैसे अवैध शराब का कारोबार राज्य में फल-फूल रहा है।"
तेजस्वी ने इस मुद्दे को बिहार की सबसे बड़ी असफल योजना करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के जवाबों में पूरी तरह से भ्रम फैलाया जा रहा है और ऐसे भ्रामक बयान सदन में नहीं दिए जा सकते।
श्रवण कुमार ने तेजस्वी की आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उनका जवाब गलत था तो वे उसे सुधारने को तैयार हैं, लेकिन शराबबंदी के तहत अवैध शराब के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि 1998 से 2005 के बीच जहरीली शराब से 105 मौतें हुई थीं, लेकिन अब सरकार पहले से ज्यादा सख्त है।
बिहार में शराबबंदी की सफलता पर यह बहस लगातार गर्माती जा रही है, और विपक्ष के तीखे सवाल नीतीश सरकार को बैकफुट पर ला रहे हैं।