- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार में अप्रैल 2016 से शराबबंदी है। यहाँ शराब बेचना, लाना, ले जाना, पीना और बनानी पूरी तरह से गैरकानूनी है। लेकिन, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद और तेजश्वी यादव पर एक नया और तीखा इल्जाम लगाया है जो राजनीतिक में तेजी से वायरल हो रहा है।
नीरज कुमार का कहना है की शराबबंदी वाले राज्य बिहार में, राजद ने दारू बनाने वाली कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख का चंदा लिया है। यह मुद्दा उन्होंने बिहार विधान परिषद् में भी उठाया और तेजश्वी को सीधे जवाब देने की चुनौती दी।
उनका कहना था, "दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच राजद को दारू कंपनियों से चुनावी संबंधो के जरिये यह पैसा मिला है। अगर शराबबंदी वाकई गंभीर नीति है तो फिर राजद ने यह पैसे क्यों स्वीकार किये ? तेजश्वी इस बात का जवाब दें या मुझपर कानूनी एक्शन लें।"
नीरज कुमार ने यह भी कहा की शराबबंदी का मतलब है की राज्य में किसी भी तरह शराब का काम गैरकानूनी है। फिर अगर तेजश्वी और राजद दारू कंपनियों से चंदा लेते हैं तो क्या यह शराबबंदी कानून का मज़ाक नहीं ?
सोशल मीडिया पर भी हुई तनाव
इस मुद्दे को लेकर नीरज कुमार ने सोशल मीडिया पर भी तेजश्वी को घेरा। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, "तेजश्वी यादव, चल रहे सत्र में यह स्पष्ट करिये की शराबबंदी वाले बिहार में राजद को शराब बनाने वाली अलग-अलग कंपनियों से एक साल के अंदर इतना बड़ा अमाउंट का चंदा कैसे मिला ?"
राजद की चुप्पी क्या क्या कह रही है ?
यह विवाद सिर्फ बिहार की राजनीति का एक और मुद्दा नहीं है बल्कि शराबबंदी जैसे संवेदनशील मुद्दे को लेकर नए सवाल उठता है। राजद की तरफ से अभी तक इस मुद्दे ओर कोई साफ़ जवाब नहीं आया है और यह देखा जाएगा की आगे तेजश्वी यादव क्या स्वरुप लेते हैं।