- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार के किसानों और व्यवसायियों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। बिजली कंपनी ने कोल्ड स्टोरेज के लिए एक नई श्रेणी बनाने का निर्णय लिया है, जिससे उन्हें सस्ती बिजली मिल सकेगी। वर्तमान में, कोल्ड स्टोरेज के लिए वसूली गई बिजली की दरें व्यावसायिक दरों के तहत आती हैं, लेकिन नई श्रेणी के निर्माण से अब इन संचालकों को आर्थिक रूप से लाभ होगा।
इसके साथ ही, बिहार में सिंचाई की सुविधा देने वाली बिजली कंपनी ने खेती से जुड़े अन्य कार्यों के लिए भी अलग बिजली दर निर्धारित करने का निर्णय लिया है। कोल्ड स्टोरेज संचालक लंबे समय से इस मांग को उठाते आ रहे थे, और अब उनकी यह मांग पूरी होने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।
बिजली दरों का प्रस्ताव
बिजली कंपनी हर साल 15 नवंबर तक बिजली दरों से संबंधित याचिका दायर करती है, और इस साल भी इसकी तैयारी जोरों पर है। इस बार की याचिका में कोल्ड स्टोरेज के लिए नई श्रेणी और मेट्रो के लिए अलग दरें शामिल की जाएंगी। जन सुनवाई के बाद, आयोग नई बिजली दरें एक अप्रैल से लागू करेगा।
मेट्रो सेवा के लिए अलग दरें
पटना में मेट्रो निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, और आने वाले एक-दो वर्षों में इसकी सेवा शुरू होने की संभावना है। इसे देखते हुए, बिजली कंपनी ने मेट्रो के लिए अलग से बिजली दर तय करने का निर्णय लिया है। इससे मेट्रो सेवा शुरू होने पर बिजली बिलों का भुगतान सुगम हो जाएगा। आयोग ने बिजली कंपनी को मानक के अनुसार याचिका दायर करने की सलाह दी है ताकि सभी आवश्यक जानकारी सही ढंग से प्रस्तुत की जा सके।
आयोग की बैठक और दिशा-निर्देश
बिहार विद्युत विनियामक आयोग के सदस्य अरुण कुमार सिन्हा ने बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की। इस बैठक में आयोग ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि याचिका में संपूर्ण और सही जानकारी प्रस्तुत की जाए ताकि पत्राचार की आवश्यकता न पड़े। इससे आयोग को समय की बचत होगी और वे जल्दी ही याचिका पर निर्णय ले सकेंगे।
बिहार में 200 कोल्ड स्टोरेज के साथ-साथ मेट्रो सेवा की तैयारी के बीच ये नई दरें और श्रेणियाँ किसानों और व्यवसायियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जगाती हैं। ऐसे में, बिहार की बिजली कंपनी द्वारा उठाए गए ये कदम न केवल बिजली की उपलब्धता को सुगम बनाएंगे, बल्कि स्थानीय व्यापार और कृषि क्षेत्र को भी सशक्त करेंगे।