- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने अपनी पूरी ताकत झोक दी है। अररिया में चुनावी रैली के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उन्हें संभाला और तुरंत गाड़ी में बैठाकर रवाना किया। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए बताया कि कैसे उनकी तबीयत बिगड़ी। इसके अलावा कहा कि आपके दर्द के आगे मेरी तकलीफ कुछ भी नहीं है।
तेजस्वी यादव ने ऐसा कहकर अपने समर्थकों का हौसला बढ़ाया और हिम्मत नहीं हारने की बात कही। उन्होंने हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कुछ भी हो रुकना नहीं, झुकना नहीं और थकना नहीं। लक्ष्य की प्राप्ति तक चलते जाना है, बढ़ते जाना है, जीतते जाना है जीताते जाना है। तेजस्वी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके कमर में दर्द थी। कल सभा के दौरान तकलीफ बढ़ गई। अगर मैंने अपने दर्द की चिंता की तो उन करोड़ों बरेजगार युवाओं का क्या होगा, जो नौकरी की आस में बैठे हैं।
महीनों से सामाजिक राजनीतिक यात्रा के कारण आराम के अभाव एवं निरंतर यात्रा के कारण दो हफ्ते से कमर में हल्का दर्द था, दो दिन से अचानक बढ़ गया लेकिन मेरा ये दर्द बिहार के उन करोड़ों बेरोजगार युवाओं की तकलीफ के आगे कुछ भी नहीं है, जो नौकरी-रोजगार की आस में बैठे हैं। जिनके सपनों को विगत 10 वर्षों में धर्म की आड़ में कुचला गया है।
तेजस्वी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'छात्रों को पीड़ा हैं क्यूंकि उन्हें अच्छी पढ़ाई नहीं मिल पा रही। बिहार के मेरे बुज़र्गों की पीड़ा है कि उन्हें अच्छी दवाई नहीं मिल पा रही, थाना और ब्लॉक के भ्रष्टाचार से आमजन परेशान है। हर वर्ग को पीड़ा है क्यूंकि उनके अधिकार, उनका न्याय उन्हें नहीं मिल पा रहा है। मैं इन सबों की तकलीफ़ में अपने आप को सांझीदार मानता हूं।