- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
पटना में फुटपाथी दुकानों के बंद के बाद लोगों को खरीदारी करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी, फल, फूल के लिए लोगों को मंडी जाना पड़ा। फुटपाथी दुकानदारों के आंदोलन से सड़क किनारे ठेले पर फास्ट फूड की दुकानों के नहीं लगने से लोगों को खाने-पीने में दिक्कत हुई। शहर में लगभग 27 हजार स्ट्रीट वेंडरों ने कारोबार बंद रखा। गलियों में आवाज लगा कर ठेले पर सब्जी-फल की बिक्री करनेवाले भी नहीं निकले। यह हड़ताल तीन दिनों तक चलेगा। कल मगंलवार को इसका पहला दिन था।
फुटपाथी दुकानदारों के आंदोलन को लेकर बाहर से सामान शहर में बोरिंग रोड, आशियाना मोड़, जगदेव पथ, यारपुर, बेऊर रोड, चितकोहरा, अनीसाबाद, कंकडबाग, एसके पुरी, राजापुर पुल, शास्त्रीनगर, गया लाइन, लोहानीपुर, कदमकुआं, इंद्रपुरी, शिवपुरी, भूतनाथ रोड सहित अन्य इलाके में दुकानें नहीं लगायी गयी.सब्जी-फल मंडियों में भी लगभग दो करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ।
फुटपाथी दुकानदारों ने अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम द्वारा जबरन वसूली, जुर्माना लगाने व सामान जब्त करने के खिलाफ कदमकुआं, दिनकर गोलंबर, मैक्डोवेल गोलंबर, शेखपुरा, बिंद टोली सहित अन्य जगहों पर प्रदर्शन किया। इसमें भाई कुंदन गुप्ता, विनय कुमार केसरी, विजय कुमार गुप्ता, अवधेश, अरुण महतो, कुलदीप साव, जीतेंद्र साव, रमेश महतो सहित अन्य लोग शामिल हुए. पटना शहर स्तरीय फुटपाथ दुकानदार बिक्रेता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने कहा कि फुटपाथी दुकानदारों के द्वारा कारोबार बंद रखने का असर दिखा है। लोगों को घर के आसपास मिलनेवाली सब्जी, फल के अलावा अन्य जरूरी सामानों के लिए परेशान होना पड़ा.