- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
सहरसा जिले के फतेहपुर पडरिया गांव के रहने वाले युवा आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की कर्नाटक में एक सड़क हादसे में असमय मौत हो गई। 26 वर्षीय हर्षवर्धन अपनी पहली पोस्टिंग पर कर्नाटक के हासन जिले जा रहे थे, जब यह दुखद दुर्घटना घटी। घटना के समय वह कार से यात्रा कर रहे थे और करीब 10 किलोमीटर का सफर बाकी था, जब कार का टायर फटने से नियंत्रण खो बैठा और हादसा हुआ। उनकी मौत ने पूरे इलाके में ग़म की लहर दौड़ा दी है।
हर्षवर्धन सिंह बिहार सरकार में नौकरी करने के बाद आईपीएस बने थे। वह अपनी मेहनत और संघर्ष से एक प्रेरणा स्रोत बने थे। अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करके उन्होंने 153वीं रैंक प्राप्त की थी। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद बिहार सरकार की नौकरी छोड़ दी थी और यूपीएससी की तैयारी में जुट गए थे।
हर्षवर्धन की पढ़ाई मध्यप्रदेश में हुई थी और वह हाल ही में पूर्णिया जिले के बायसा में पंचायती राज पदाधिकारी के रूप में प्रशिक्षण ले रहे थे। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें एक शानदार अधिकारी बना दिया था। कर्नाटक के मैसूर में उनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें कर्नाटक के हासन जिले में अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में पहली पोस्टिंग मिली थी।
उनके निधन पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने गहरी शोक संवेदना प्रकट की। हर्षवर्धन के पिता अखिलेश सिंह मध्यप्रदेश में एसडीएम हैं, जबकि उनका छोटा भाई आनंदवर्धन आईआईटी इंजीनियर है और यूपीएससी की तैयारी कर रहा है।
परिजनों के अनुसार, हर्षवर्धन का पार्थिव शरीर कर्नाटक से पटना लाया जाएगा, और मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा।
यह दुर्घटना न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है, जिसने एक होनहार युवा अधिकारी को खो दिया। हर्षवर्धन की यादें और उनका योगदान हमेशा दिलों में जीवित रहेगा।