Sunday, December 22, 2024

"बिहार बोर्ड की कड़ी कार्रवाई: भागलपुर के 14 स्कूलों का रजिस्ट्रेशन रद्द, अब हजारों छात्रों का भविष्य कहां जाएगा?"


बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने भागलपुर जिले के 14 स्कूलों की संबद्धता रद कर दी है, जिससे हजारों छात्रों की पढ़ाई पर प्रश्नचिह्न लग गया है। यह कदम बिहार बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक द्वारा भेजी गई सूची के आधार पर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा उठाया गया। बोर्ड के निरीक्षण में इन स्कूलों में संसाधनों की भारी कमी पाई गई, और कुछ स्कूल ऐसे थे जहां नामांकन तो था, लेकिन छात्र कभी स्कूल नहीं आते थे।

यह सभी स्कूल वित्त पोषित और प्राइवेट श्रेणी में आते हैं। बोर्ड द्वारा किए गए जांच में यह पाया गया कि कई स्कूलों में प्रयोगशाला, कंप्यूटर और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। इसके अलावा, कुछ स्कूलों में तो केवल नामांकन किया जाता था, जबकि छात्रों की वास्तविक उपस्थिति न के बराबर होती थी। इस गंभीर लापरवाही के बाद, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इन स्कूलों की संबद्धता को रद्द कर दिया और उन्हें नजदीकी स्कूलों से जोड़ दिया है।

जारी की गई लिस्ट में 13 ऐसे विद्यालय हैं, जो मैट्रिक तक की शिक्षा प्रदान करते थे, जबकि एक स्कूल इंटरमीडिएट स्तर तक था। अब इन स्कूलों में पढ़ाई कर रहे लगभग 3000 छात्रों का भविष्य नजदीकी स्कूलों से जुड़कर तय होगा। इन छात्रों की बोर्ड परीक्षा अब संबंधित स्कूल के कोड से ही होगी। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में छठ पूजा के बाद और भी कई निजी स्कूलों पर कार्रवाई की संभावना है। ऐसे करीब चार दर्जन स्कूल हैं जिनकी संबद्धता रद्द की जा सकती है, जिनमें से कुछ स्कूलों का तो कई सालों से संचालन ही बंद था, जबकि कुछ स्कूल शिक्षा विभाग के निर्धारित नियमों की अवहेलना कर रहे थे। 

यह मामला एक बार फिर से यह सवाल उठाता है कि शिक्षा की गुणवत्ता और व्यवस्था पर लगातार निगरानी रखना कितना आवश्यक है, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित और उज्जवल रहे।

Super Admin

Santosh Singh

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