- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार में वर्षों से बंद पड़ी रीगा चीनी मिल इस सीजन से फिर से चालू होने जा रही है। गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णानंद पासवान ने इस बड़ी घोषणा के साथ किसानों और स्थानीय लोगों के लिए उम्मीद की किरण जगा दी है। उन्होंने बताया कि मिल को चालू करने की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और कुछ औपचारिकताएं पूरी होते ही गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी।
गन्ने के दाम में इजाफा: किसानों की आय में बढ़ोतरी
इस सीजन में गन्ना किसानों के लिए एक और अच्छी खबर है। गन्ने की कीमत में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। अब उत्तम प्रभेद के गन्ने का दाम 365 रुपये, सामान्य प्रभेद का 345 रुपये और निम्न प्रभेद का 310 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
मंत्री पासवान ने कहा, *"गन्ने के बढ़े हुए दाम से किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी और वे गन्ना खेती के लिए और प्रेरित होंगे।"*
चीनी उत्पादन में होगी बढ़ोतरी
रीगा चीनी मिल के दोबारा शुरू होने से राज्य में चीनी उत्पादन को नया प्रोत्साहन मिलेगा। पिछले सीजन में बिहार ने 6.87 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। इस बार रीगा मिल के संचालन से यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है।
गन्ना खेती को पूरे बिहार में फैलाने की योजना
सरकार सिर्फ चीनी उत्पादन ही नहीं, बल्कि गन्ने की खेती को भी पूरे बिहार में विस्तारित करना चाहती है। फिलहाल यह खेती केवल कुछ जिलों तक सीमित है। इसके लिए राज्य सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है।
गुड़ उत्पादन के लिए प्रोत्साहन योजना
गुड़ उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ‘राज्य गुड़ प्रोत्साहन योजना’ शुरू की है। इसके तहत इच्छुक उद्यमियों को आर्थिक सहायता दी जा रही है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब तक 48 आवेदन आ चुके हैं, और आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर है। यह कदम राज्य में गुड़ उत्पादन और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
रीगा चीनी मिल के संचालन से न सिर्फ किसानों को फायदा होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे भी खुलेंगे। मिल के बंद होने के बाद से आसपास के इलाकों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई थी। अब मिल के दोबारा खुलने से इलाके में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
किसानों और स्थानीय लोगों में उत्साह
इस खबर से बिहार के किसानों और स्थानीय निवासियों में खुशी की लहर है। लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं और इसे राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण मान रहे हैं।
सरकार का मानना है कि यह कदम न केवल चीनी उत्पादन को बढ़ावा देगा बल्कि किसानों की आय में भी इजाफा करेगा। गन्ना खेती और चीनी उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता बिहार अब नए मुकाम हासिल करने को तैयार है।