- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर से इज़्जत मिल रही है। इस बार उन्हें 'गुयान' और 'डॉमिनिका' जैसे देशों से उनके सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार दिए गए हैं जो उनके मजबूत नेतृत्व और वैश्विक कूटनीति को स्वीकार करते हैं।
डॉमिनिका ने किया पीएम मोदी को अपने सबसे बड़े राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मान
पहले 'डॉमिनिका' ने प्रधान मंत्री मोदी को अपने 'सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान', 'डोमिनिका सम्मान पुरस्कार' से सम्मानित किया था। ये इज़्जत उन्हें 'गुयाना' में हुई 'भारत-कैरिकॉम' कांफ्रेंस के दौरान 'डॉमिनिका' की अध्यक्ष 'रूजवेल्ट स्केरिट' के हाथ से मिली थी। मोदी जी को यह पुरस्कार देने का फैसला 'डॉमिनिका' सरकार ने उनकी वैश्विक कूटनीति और 'COVID-19' वैक्सीन की समर्थन के लिए किया था। फरवरी 2021 में, भारत ने डॉमिनिका को 70,000 एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की खुराक दिए थे और इसी भाव की वजह से उन्होंने मोदी जी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया।
गुयाना में भी पीएम मोदी को दिया गया 'आर्डर ऑफ़ एक्सीलेंस' पुरस्कार
उसी 'कैरिकॉम शिखर सम्मेलन' के दौरान 'गुयाना' के अध्यक्ष "डॉ. इरफान अली' ने मोदी जी को उनके देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, 'आर्डर ऑफ़ एक्सीलेंस' दिया। मोदी जी ने अपने भाषण में कहा "मैं अपने दोस्त, अध्यक्ष इरफ़ान अली का दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ। यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि भारत के '140 करोड़' लोगों का है।" उन्होंने यह भी कहा की यह इज़्जत "भारत और गुयाना के बीच के गहरे रिश्तों" को दर्शाता है और दोनों देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए मिलकर काम कर रहें हैं।
इंडिया और गुयाना का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध है
मोदी जी ने 'गुयाना' के 'समृद्ध जल संसाधन',जैसे उनकी 'नदियाँ, झीलें और झरने' के 'गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र' के साथ तुलना किया जो हमारे प्राचीन सभ्यता का हिस्सा है। यह दोनों देश अपने इतिहास और सांस्कृतिक संबंध की वजह से एक दुसरे के साथ गहन सम्बन्ध बना कर काम करते हैं।
ग्लोबल साउथ के लिए भारत-गुयाना सहयोग काफी महत्वपूर्ण है
मोदी जी ने कहा, "इंडिया और गुयाना" का सहयोग सिर्फ 'द्विपक्षीय' नहीं बल्कि 'वैश्विक दक्षिण' भी काफी महत्वपूर्ण है।" उन्होंने यह भी कहा की 'भारत' 'गुयाना' के साथ हर क्षेत्र में मिलकर काम करने के लिए तैयार है और दोनों देश अपने पारस्परिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक दुसरे की मदद रहेंगे।
गुयाना के अध्यक्ष की बात
इस दौरान 'गुयाना' के अध्यक्ष 'डॉ. इरफ़ान अली' ने कहा की प्रौद्योगिकी और नवाचार का इस्तेमाल सिर्फ देशों के बीच की 'अंतराल' के लिए नहीं, बल्कि उन्हें कम करने के लिए होना चाहिए। मोदी जी ने 'कैरीकॉम' में यह बताया की 'भारत' हर तरह से 'गुयाना' के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
और भी देशों से मिल चुके हैं पीएम मोदी को पुरस्कार
पीएम मोदी को कई देशों से उनके 'सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार' मिल चुके हैं। जुलाई 2023 में, 'रूस' के अध्यक्ष 'व्लादिमीर पुतिन' ने उन्हें अपने देश का सबसे बड़ा पुरस्कार, 'सेंट एंड्रयू द एपोस्टल का आदेश' दिया था। इससे पहले 'भूटान' ने पीएम मोदी को अपने 'आर्डर ऑफ़ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया था, जो किसी भी 'गैर-भूटानी' को दिया गया पहला पुरस्कार था। मोदी जी को संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान, बहरीन, सऊदी अरब, फ्रांस, मिस्र, फिजी, पापुआ न्यू गिनी, पलाऊ, अमेरिका, मालदीव, और फिलिस्तीन* जैसे देश के भी सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं।
पीएम मोदी का वैश्विक मान्यता सिर्फ उनकी नेतृत्व को ही नहीं बल्कि 'भारत' की वैश्विक मंच पर बढ़ती हुई ताक़त को भी दर्शाता है। उनका यह प्रतिबद्धता और कूटनीतिक कौशल दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ रहा है।