- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
बिहार में महिला शिक्षकों के लिए एक शानदार खबर आई है! अब से उन्हें अपने ही जिले में प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे उन्हें राज्य मुख्यालय या दूसरे जिलों में जाने की चिंता से मुक्ति मिलेगी। ये बदलाव बिहार शिक्षा विभाग द्वारा जनवरी 2025 से लागू किए जा रहे हैं, और इसका फायदा न सिर्फ महिला शिक्षकों को होगा, बल्कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
महिला शिक्षकों को अब घर से दूर नहीं जाना होगा
अब तक शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए दूर-दराज के जिलों या राज्य मुख्यालय जाना पड़ता था, जिससे खासकर महिला शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। मगर अब बिहार शिक्षा विभाग ने इस समस्या का समाधान ढूंढ निकाला है। अगले शैक्षिक सत्र से सभी शिक्षकों को उनके पदस्थापना वाले जिले में ही प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे महिला शिक्षकों को न सिर्फ सुविधा होगी, बल्कि उन्हें अपने घर से दूर जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
शिक्षा विभाग का नया दृष्टिकोण
शिक्षा विभाग ने इस नई योजना के तहत यह सुनिश्चित किया है कि हर शिक्षक को हर साल प्रशिक्षण मिले। यदि किसी स्कूल का प्रदर्शन कमजोर होता है, तो वहां के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 'डिएट' (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) संस्थानों में होगा और इसकी मॉनिटरिंग बायोमेट्रिक हाजिरी के माध्यम से की जाएगी, जिससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहेगी।
विद्या समीक्षा केंद्र" से निगरानी
इसके अलावा, अब हर 'डिएट' में एक मॉनिटरिंग सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जिसका नाम होगा "विद्या समीक्षा केंद्र"। इसके माध्यम से जिले स्तर पर स्कूलों का मूल्यांकन और निगरानी की जाएगी। एनसीईआरटी ने इस सिस्टम का एक मॉडल तैयार किया है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि शैक्षिक गुणवत्ता हर स्तर पर बरकरार रहे।
आईटीआई में नये पाठ्यक्रम और बहु-कौशल प्रशिक्षण
अब महिला शिक्षकों के लिए ही नहीं, बल्कि युवाओं के लिए भी बिहार में एक बड़ा बदलाव हो रहा है। राज्य के 149 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में बहु-कौशल मॉड्यूलर पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। ये पाठ्यक्रम उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से तैयार किए जाएंगे और इसके लिए एक विशेषज्ञ समिति भी गठित की गई है। मंत्री संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इन पाठ्यक्रमों में युवाओं को उद्योगों की जरूरतों के मुताबिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार मिल सके।
आने वाले समय में शिक्षा और प्रशिक्षण में सुधार
नई व्यवस्था से बिहार में न केवल महिला शिक्षकों की कार्यकुशलता में सुधार होगा, बल्कि राज्य में शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठेगा। महिला शिक्षकों को अब अपने घर के पास ही बेहतर प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे और भी प्रभावी तरीके से छात्रों को शिक्षा दे सकेंगी।
बिहार शिक्षा विभाग की यह पहल महिला शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी